भारत के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार (NSA) अजीत डोभाल ने शनिवार को पेरिस में अपने फ्रांसीसी समकक्ष इमैनुअल बोन से मुलाकात की और दोनों देशों के बीच वार्षिक रणनीतिक बातचीत में हिस्सा लिया. इस दौरान फ्रांस ने भारत को अत्याधुनिक सैन्य तकनीक में मदद का भरोसा दिया. इसके अलावा हिंद प्रशात क्षेत्र में समुद्र सुरक्षा को मजबूत करने और रक्षा, अंतरिक्ष एवं सुरक्षा के क्षेत्रों में सहयोग को लेकर भी बातचीत हुई.
पेरिस में भारतीय दूतावास ने एक बयान जारी कर बताया कि डोभाल और बोन ने वैश्विक और क्षेत्रीय हितों के कई मुद्दों पर चर्चा की. बयान के मुताबिक, “फ्रांस ने हिंद-प्रशांत क्षेत्र की सुरक्षा को लेकर और इस रणनीतिक क्षेत्र में भारत के साथ एक मजबूत स्तंभ के रूप में साझेदारी को लेकर अपनी प्रतिबद्धता दोहराई. एनएसए डोभाल ने भी कहा कि फ्रांस भारत का सबसे प्रमुख वैश्विक और हिंद-प्रशांत का साझेदार है.”
दोनों देशों ने खुफिया और सूचना साझेदारी को बढ़ाते हुए द्विपक्षीय रक्षा सहयोग और सुरक्षा साझेदारी को मजबूत करने पर सहमति जताई. बयान में कहा गया, “फ्रांस ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के आत्मनिर्भर भारत के विजन और रक्षा औद्योगिकीकरण, भारत में आधुनिक क्षमताओं के साथ रिसर्च और टेक्नोलॉजी डेवलपमेंट में पूरी तरह समर्थन करने की अपनी प्रतिबद्धता को दोहराया.”
दोनों देशों ने वैश्विक सुरक्षा के मुद्दों पर भी बातचीत की. जिसमें अफगानिस्तान, अफ्रीका, दक्षिण-पूर्व एशिया और पश्चिम एशिया की स्थिति शामिल है. इसके अलावा आतंकवाद की बढ़ती चुनौती, समुद्री, साइबर, अंतरिक्ष के परिदृश्य में बढ़ते खतरों को लेकर भी चर्चा की गई. भारत-फ्रांस वार्षिक रणनीतिक वार्ता के इतर अजीत डोभाल ने फ्रांस के विदेश मंत्री जीन वेस ले ड्रियन और रक्षा मंत्री फ्लोरेंस पर्ली से भी मुलाकात की.
‘हिंद-प्रशांत क्षेत्र में शांति के लिए साझेदारी की अहम भूमिका’
बैठक के दौरान दोनों पक्षों ने इस बात को दोहराया कि उनकी रणनीतिक साझेदारी की हिंद-प्रशांत क्षेत्र में शांति, स्थिरता और सुरक्षा को बढ़ाने में महत्वपूर्ण भूमिका है. हाल ही में रोम में हुए जी-20 सम्मेलन के मौके पर फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुअल मैक्रों और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के बीच हुई बैठक में भी हिंद-प्रशांत क्षेत्र में बढ़ते द्विपक्षीय सहयोग को लेकर बातचीत की थी.
विदेश मंत्रालय ने बताया था कि दोनों नेताओं ने विभिन्न विषयों पर भारत-फ्रांस सहयोग पर चर्चा की और रणनीतिक साझेदारी के प्रति अपनी प्रतिबद्धता की पुष्टि की. साथ ही दोनों नेताओं ने वैश्विक और क्षेत्रीय घटनाक्रम पर भी चर्चा की. वहीं प्रधानमंत्री कार्यालय ने एक ट्वीट में कहा था कि भारत और फ्रांस विभिन्न क्षेत्रों में व्यापक सहयोग कर रहे हैं. प्रधानमंत्री मोदी और राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों के बीच बातचीत से दोनों देशों के बीच द्विपक्षीय संबंधों को गति मिलेगी.