नए साल की पहली तारीख यानी 1 जनवरी 2021 से देश में फास्टैग (FASTag) अनिवार्य होने जा रहा है। सरकार इस बंदोबस्त में लगी है कि जिन लोगों ने अपने वाहनों पर FASTag नहीं लगवाया है, वो कैसे बिना परेशानी के यह काम कर सकें। वहीं बार-बार बताने के बाद भी जो वाहन चालक FASTag को गंभीरता से नहीं ले रहे हैं, उनके खिलाफ सख्ती भी बरती जा रही है। ताजा खबर यह है कि जिन वाहनों पर FASTag नहीं लगे होंगे, उन्हें थर्ड पार्टी बीमा भी नहीं दिया जाएगा। सड़क परिवहन तथा राजमार्ग मंत्रालय के मुताबिक, नए साल में अप्रैल से यह व्यवस्था लागू होगी। इससे पहले केंद्रीय सड़क परिवहन, राजमार्ग व एमएसएमई मंत्री नितिन गडकरी घोषणा कर चुका है कि नए साल में FASTag अनिवार्य होगा।
सरकार की ओर से लगातार FASTag के फायदे भी बताए जा रहे हैं। इससे समय और ईंधन की बचत होगी। प्रदूषण में कमी आएगी। सरकार यह भी बता रही है कि FASTag आसानी से उपलब्ध करवाए जा रहे हैं। इसके लिए ऑनलाइन और ऑफलाइन सुविधाएं उपलब्ध हैं। बता दें, FASTag की शुरुआत 2016 में की गई थी। पहले साल 1 लाख लोगों ने FASTag लगवाया। इसके बाद अगले साल यह संख्या 7 लाख पहुंची, फिर 2018 में 34 लाख से अधिक लोगों ने FASTag लगवा लिया। सरकार ने दिसंबर 2017 से FASTag अनिवार्य किया था, हालांकि समय समय पर इस आखिरी तारीख को आगे भी बढ़ाया गया।
अब सरकार ने कहा है कि 31 दिसंब 2020 आखिरी तारीख होगी और 1 जनवरी 2021 से यह अनिवार्य होगा। अब FASTag के बगैर नए वाहनों का रजिस्ट्रेशन भी नहीं होगा। FASTag रिचार्ज और बैलेंस चेक करने को भी आसान बनाया जा रहा है। ट्रांसपोर्ट वाहनों को फिटनेस सर्टिफिकेट तभी मिलेगा, जब उनमें फास्टैग लगा हो।