विधानसभा चुनाव के मद्देनजर सील कर दी गई थी अंतरराष्ट्रीय सीमा। पर्यटकों और भारी वाहनों के आवागमन पर लगा दी गई थी रोक।
विधानसभा चुनाव के मद्देनजर बंद की गई भारत-नेपाल सीमा को शुक्रवार को 72 घंटे बाद खोल दिया गया है। यात्रियों के साथ भारी वाहनों का आवागमन शुरू होने से सीमा और सीमावर्ती बाजारों में रौनक लौट आई है।
भारत-नेपाल सीमा तीन दिनों तक बंद रहने से सीमा और सीमावर्ती कस्बा सोनौली व नेपाल के बेलहिया में पर्यटक नहीं पहुंच पा रहे थे। वाहनों का आवागमन भी नहीं हो पा रहा था। इससे इन जगहों पर वीरानी सी छा गई थी। शुक्रवार सुबह छह बजे सोनौली सीमा से वाहनों का आवागमन शुरू हो गया। जो वाहन तीन दिनों से सरहद पर फंसे थे, वह नेपाल के लिए रवाना हो गए। सीमा खुलने के बाद वाहनों का आवागमन पहले की तरफ सामान्य हो गया है।
भारत नेपाल मैत्री समाज के बेलहिया अध्यक्ष श्रीचंद गुप्ता ने बताया कि भारत में चुनाव के कारण सीमा सील थी। इस कारण सीमावर्ती नेपाल के क्षेत्रों में भी सन्नाटा पसर गया था। व्यापार मंडल तहसील अध्यक्ष सुभाष जायसवाल ने बताया कि सोनौली कस्बा नेपाली ग्राहकों पर निर्भर है। तीन दिनों से सीमा बंद होने के कारण ग्राहक नदारद थे। एसएसबी इंस्पेक्टर आरएस अहीर ने बताया कि शुक्रवार से आवागमन सामान्य हो गया है। जांच पड़ताल और पहचान पत्र देखकर यात्रियों को आने-जाने दिया जा रहा है।