भारत के पूर्व उपराष्ट्रपति हामिद अंसारी ने अपने पिछले बयान को फिर दोहराया है। हामिद अंसारी के कार्यालय की ओर से कहा गया कि अंसारी अपने पहले के बयान पर कायम हैं कि वह पाकिस्तानी पत्रकार नुसरत मिर्जा को कभी नहीं जानते थे। इसके अलावा उन्होंने नुसरत मिर्जा को किसी भी सम्मेलन के लिए आमंत्रित नहीं किया। फिर चाहे वह दावा किया जा रहा 2010 का सम्मेलन हो या आतंकवाद या किसी अन्य अवसर पर 2009 का सम्मेलन।
इससे पहले पाक पत्रकार मिर्जा ने दावा किया था कि कांग्रेस नेतृत्व वाली यूपीए सरकार में उन्होंने पांच बार भारत का दौरा किया था। इस दौरान उन्होंने संवेदनशील सूचनाएं पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी आईएसआई को मुहैया कराईं। मिर्जा ने दावा किया था कि वह हामिद अंसारी के न्यौते पर भारत आए थे। हालांकि, अंसारी ने इन दावों को निराधार बताया था।
मसले पर भाजपा ने शुक्रवार को कांग्रेस पर एक बार फिर हमला बोला। पार्टी ने हामिद अंसारी और मिर्जा की एक तस्वीर भी साझा की। इस तस्वीर में दोनों 2009 में आतंकवाद पर भारत में आयोजित एक सम्मेलन में कथित तौर पर मंच साझा करते हुए नजर आ रहे हैं।
इस बीच हामिद अंसारी के कार्यालय ने एक बयान जारी कर कहा कि भारत के पूर्व उपराष्ट्रपति अपने इस बयान पर कायम हैं कि वह पाकिस्तानी पत्रकार नुसरत मिर्जा को नहीं जानते और न ही उन्हें कभी किसी सम्मेलन में आमंत्रित किया था। इससे पहले भी अंसारी भाजपा के दावे का खंडन कर चुके हैं।
दरअसल, पाकिस्तान में मिर्जा के एक एक साक्षात्कार का वीडियो क्लिप सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। इसमें वह यह कहते नजर आ रहे हैं कि उन्होंने भारत में आतंकवाद पर आयोजित एक सम्मेलन में हिस्सा लिया था। इस सम्मेलन को हामिद अंसारी ने भी संबोधित किया था।