तुर्कीये और सीरिया में विनाशकारी भूकंप आने के बाद दोनों देशों को सहायता प्रदान करने के लिए भारत ने ‘ऑपरेशन दोस्त’ शुरू किया है। इसके तहत भारत ने शनिवार को सी-17 सैन्य परिवहन विमान से तुर्किये और सीरिया के भूकंप पीड़ितों के लिए जीवन रक्षक दवाओं और राहत सामग्री की अतिरिक्त खेप भेजी। भारत के ‘ऑपरेशन दोस्त’ के तहत राहत सामग्री की यह सातवीं खेप भेजी गई है, जिसे सोमवार को आए भीषण भूकंप के बाद दोनों देशों की मदद के लिए शुरू किया गया है। विनाशकारी भूकंप की चपेट में आने के बाद दोनों देशों में 25,000 से अधिक लोगों की मौत हो चुकी है।
विदेश मंत्री एस जयशंकर ने ट्वीट किया, ऑपरेशन दोस्त के तहत 7वां विमान सीरिया और तुर्किये के लिए रवाना हुआ। विमान में राहत सामग्री, चिकित्सा सहायता, आपातकालीन और महत्वपूर्ण देखभाल दवाएं, चिकित्सा उपकरण और उपभोग्य की वस्तुएं हैं। पिछले कुछ दिनों में भारत राहत-बचाव प्रयासों का समर्थन करने के लिए पांच सी-17 ग्लोबमास्टर सैन्य परिवहन विमान से तुर्किये को दवाएं, एक मोबाइल अस्पताल, विशेष खोजी और बचाव दल भेज चुका है। भारत ने सीरिया में भी भारतीय वायुसेना के सी-130 जे विमान से राहत सामग्री भेजी है।
अधिकारियों ने कहा कि शनिवार शाम को रवाना हुआ विमान सबसे पहले सीरिया की राजधानी दमिश्क के लिए रवाना हुआ और वहां राहत सामग्री उतारने के बाद तुर्किये के अदन के लिए उड़ान भरेगा। उन्होंने कहा कि विमान 35 टन से अधिक राहत सामग्री ले जा रहा है, जिसमें से 23 टन से अधिक सीरिया में राहत प्रयासों के लिए और लगभग 12 टन तुर्किये के लिए है।
अधिकारियों ने कहा कि सीरिया को भेजी जाने वाली सहायता में स्लीपिंग मैट्स, जनरेटर सेट, सोलर लैंप, तिरपाल, कंबल, आपातकालीन और महत्वपूर्ण देखभाल के लिए दवाएं और आपदा राहत उपभोग्य जैसी राहत सामग्री शामिल है। वहीं, तुर्किये को भेजी जाने वाली सामग्री में भारतीय सेना के फील्ड अस्पताल और राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल (एनडीआरएफ) टीमों के लिए आपूर्ति, ईसीजी, मरीजों की निगरानी करने वाला मशीन, एनेस्थीसिया मशीन, सिरिंज पंप और ग्लूकोमीटर जैसे चिकित्सा उपकरण शामिल हैं। अधिकारियों ने कहा कि भेजे गए खेप में कंबल और अन्य राहत सामग्री भी शामिल हैं।
तुर्किये में भारतीय सेना के फील्ड अस्पताल ने पहले ही भूकंप में घायल हुए कई लोगों को चिकित्सा उपचार प्रदान किया है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भूकंप प्रभावित देश को हर संभव सहायता देने का निर्देश दिया था। जिसके बाद भारत ने सोमवार को एनडीआरएफ की खोज और बचाव टीमों, चिकित्सा टीमों और राहत सामग्री को तुर्किये भेजने का फैसला किया था।