
Video: किसानों ने जलाई कानून की प्रतियां
कृषि कानूनों के विरोध में सिंघु बॉर्डर पर प्रदर्शन कर रहे किसानों ने कानून की प्रतियां जलाईं.
जमीयत उलेमा-ए-हिंद ने किया कृषि कानून का विरोध
पश्चिम बंगाल में जमीयत उलेमा-ए-हिंद के सदस्यों ने कृषि कानूनों का विरोध करते हुए ईस्ट बर्धमान जिले में NH-2 ब्लॉक किया. जमीयत उलेमा-ए-हिंद के अध्यक्ष सिद्दीकुल्लाह चौधरी ने कहा “कानूनों की समीक्षा के लिए सरकार ने जो कमेटी बनाई, उसमें कानूनों के खिलाफ सदस्य थे. हम चाहते हैं कि सुप्रीम कोर्ट कानूनों को खत्म करने के लिए रोजाना सुनवाई करे.”
टीकरी बॉर्डर पर कानून की प्रतियां जलाई गईं
कृषि कानूनों का टीकरी बॉर्डर पर विरोध कर रहे किसानों ने कानून की प्रतियां जलाईं
गुरजीत सिंह औजला ने जलाई कृषि कानून की प्रतियां
अमृतसर से कांग्रेस के सांसद गुरजीत सिंह औजला ने जंतर-मंतर पर कृषि कानून की प्रतियां जलाई.
जो देश विरोधी बात करे उसकी गिरफ्तारी करे सरकार- राकेश टिकैत
भारतीय किसान यूनियन के प्रवक्ता राकेश टिकैत ने कहा, आंदोलन में कोई देश विरोधी बातें कर रहा है तो सरकार उसे गिरफ़्तार करे. कृषि क़ानून कैसे ख़त्म हो सरकार इस पर काम करे. सरकार ने 10 साल पुराने ट्रैक्टर पर बैन लगाया है तो हम 10 साल पुराने ट्रैक्टर को दिल्ली की सड़कों पर चला कर दिखाएंगे.
फसल बीमा के बारे में लोगों को समझाएं राज्य- तोमर
कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने कहा है “कृषि क्षेत्र को प्राकृतिक आपदा के कारण अवलम्बित रहना पड़ता है. इसे ध्यान में रखकर फसल बीमा योजना शुरू की गई है. जो बड़ी योजना होती है उसमें बड़े काम करने की गुंजाइश होती है. मेरी सभी राज्यों से विनती है की बीमा योजना के बारे में लोगों को समझाये.
जो रास्ता कोर्ट ने दिखाया है उस पर हम आगे बढ़ेंगे – संबित पात्रा
सुप्रीम कोर्ट के फैसले को हम स्वीकार करते हैं और आशा रखते हैं कि दूसरे पक्ष भी इसे स्वीकार करेंगे. जो रास्ता कोर्ट ने दिखाया है उस पर हम आगे बढ़ेंगे. कोर्ट भी समाधान चाहती है और हम भी. 4 एस(S) हैं जिनके माध्यम से देश आगे बढ़ सकता है समन्वय, संवाद,सहमति और समाधान: संबित पात्रा, BJP
किसानों के कंधे पर रखकर बंदूक चला रहे कुछ लोग – बीजेपी नेता मुख्तार अब्बास नक़वी
अफसोस की बात है कि कुछ लोग साजिश का संदूक लेकर किसानों के कंधे पर बंदूक चला रहे हैं. ये लोग किसानों के हितैषी नहीं हैं. भ्रम का माहौल पैदा करने वाले ये लोग ट्रेडिशनल प्रोफेशनल भ्रमजाल के जादूगर हैं: केंद्रीय मंत्री और बीजेपी नेता मुख्तार अब्बास नक़वी
लोहड़ी पर किसानों ने जलाई कृषि कानूनों की प्रतियां
कृषि कानूनों के खिलाफ सिंघु बॉर्डर पर विरोध प्रदर्शन कर रहे किसानों ने लोहड़ी पर तीन कानूनों की प्रतियां जलाईं. किसानों का कहना है कि तीनों कानूनों को रद्द किया जाना चाहिए. सुप्रीम कोर्ट द्वारा उनपर रोक लगाने से किसान संतुष्ट नहीं हैं. कमिटी पर भी सवाल उठे हैं.
किसानों की बात सुनें पीएम मोदी – रणदीप सुरजेवाला
सुप्रीम कोर्ट ने कमेटी के जो 4 सदस्य बनाए हैं वे तो पहले ही पीएम मोदी के कानूनों के समर्थक हैं. ऐसी कमेटी के सदस्य क्या न्याय करेंगे. प्रधानमंत्री मोदी…इतने अहंकारी मत बनिए किसानों की सुनिए नहीं तो देश आपकी बात सुनना बंद कर देगा: रणदीप सिंह सुरजेवाला, कांग्रेस
किसानों ने रुकवाई थी जाह्नवी कपूर की शूटिंग
पंजाब के फतेहगढ़ साहिब में जाह्नवी कपूर की फिल्म की शूटिंग के दौरान हंगामा. वहां किसान संगठनों के कुछ लोग पहुंचे और कहा कि जाह्नवी को किसान मुद्दे पर अपनी राय रखनी चाहिए. SHO ने बताया कि फिर डायरेक्टर के यह समझाने पर कि जाह्नवी बाद में इसपर जरूर बोलेंगी लोग चले गए. बता दें कि 10 जनवरी को जाह्नवी ने किसानों के लिए इंस्टाग्राम पर पोस्ट किया था कि मुद्दा जल्द सुलझना चाहिए.
कृषि राज्य मंत्री बोले – कमिटी राय लेने के बाद फैसला देगी
सुप्रीम कोर्ट के फैसले का हम स्वागत करते हैं. जो कमेटी बनाई गई है निश्चित रूप से आने वाले समय में सबसे निष्पक्ष राय लेगी. कमेटी किसान यूनियन के लोगों से और अन्य विशेषज्ञों से भी राय लेगी और उसके बाद निर्णय देगी. पुराने बिल इतने अच्छे होते तो किसान गरीब और आत्महत्या के लिए मज़बूर नहीं होता. इस कानून को कुछ समय देखें अगर कुछ नहीं लगेगा तो भविष्य में और भी संशोधन किया जा सकता है: केंद्रीय कृषि राज्य मंत्री कैलाश चौधरी
पीएम मोदी ने गिनवाए फसल बीमा के लाभकिसानों के आंदोलन के बीच पीएम मोदी ने फसल बीमा योजना के लाभ
गिनाए. उन्होने ट्वीट किया कि देश के अन्नदाताओं को प्रकृति के प्रकोप से सुरक्षा प्रदान करने वाली पीएम फसल बीमा योजना के आज 5 साल पूरे हो गए हैं. इस स्कीम के तहत नुकसान का कवरेज बढ़ने और जोखिम कम होने से करोड़ों किसानों को लाभ हुआ है. इसके सभी लाभार्थियों को मेरी बहुत-बहुत बधाई.आगे लिखा गया है कि पीएम फसल बीमा योजना ने कैसे किसानों को अधिक से अधिक लाभ सुनिश्चित किया है?दावों के निस्तारण में कैसे पूरी पारदर्शिता बरती गई है? PM-FBY से संबंधित ऐसी सभी जानकारियां NaMo App के Your Voice सेक्शन में रखी गई हैं. जानें और शेयर करें.
आज पीएम मोदी से मिलेंगे दुष्यंत चौटालाहरियाणा के उपमुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला
आज दोपहर 11.45 के करीब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात करेंगे. इसमें कृषि कानून और किसानों के मुद्दे पर बातचीत होगी.
अर्धनग्न होकर प्रदर्शन कर रहे किसानटीकरी बॉर्डर पर किसान
इतनी ठंड में भी अर्धनग्न होकर प्रदर्शन कर रहे हैं. किसान सुप्रीम कोर्ट द्वारा बनाई गई कमिटी के खिलाफ हैं और कानूनों को रद्द करने की मांग कर रहे हैं.
कमिटी पर कांग्रेस ने उठाए सवाल
कांग्रेस नेता रणदीप सुरजेवाला ने कहा कि सुप्रीम कोर्ट ने जो संज्ञान लिया व चिंता जाहिर की वो स्वागत योग्य है. उनकी चिंता से हम भी अपने आपको जोड़ते है. किसानों से 3 काले कानून को खत्म करने वाली कमेटी के सदस्यो ने पहले ही ये कह दिया कि 3 कानून सही है, किसान गलत है, किसान भटके हुए है. ऐसी कमेटी किसानों से कैसे न्याय करेगी?
आज दिल्ली बॉर्डर्स पर ही लोहड़ी मनाएंगे किसान
आज लोहड़ी का त्योहार है. किसान पहले ही कह चुके हैं कि दिल्ली की सीमाओं से वे लोग हटने वाले नहीं हैं. ऐसे में आज किसान वहीं लोहड़ी मनाएंगे.
‘सुप्रीम कोर्ट की कमेटी का विरोध करने वाले आग में घी डाल रहे’, कृषि राज्य मंत्री
कृषि कानूनों पर सुप्रीम कोर्ट ने रोक लगा दी है, वहीं एक 4 सदस्यीय कमेटी का गठन किया है. हालांकि इन सबके बीच किसान संगठनों ने किसी भी समिति के साथ बातचीत से साफ इनकार कर दिया है. इन सबके बीच केंद्रीय कृषि राज्यमंत्री कैलाश चौधरी ने कहा है कि सरकार हमेशा बातचीत के लिए तैयार; यह किसान यूनियनों को तय करना है कि वे क्या चाहते हैं.कैलाश चौधरी ने कहा है कि सुप्रीम कोर्ट का निर्णय हमारी इच्छा के खिलाफ हुआ है. हम चाहते थे कि कानून जैसे हैं वैसे ही रहें और उनपर स्टे न लगाया जाए, लेकिन इसके बावजूद सुप्रीम कोर्ट का निर्णय सर्वमान्य है. उन्होंने ये भी कहा कि हम निर्णय का स्वागत करते हैं. कैलाश चौधरी बोले गणतंत्र दिवस हमारा राष्ट्रीय दिवस है. अगर इस दिन अगर कोई ट्रैक्टर रैली या अन्य विरोध प्रदर्शन करता है तो इसका सिर्फ देश ही नहीं पूरी दुनिया में निगेटिव असर जाएगा. उन्होंने कहा कि मैं सोचता हूं कि किसान यूनियन के नेता इस बात को समझेंगे.
कल सिंघु बॉर्डर पहुंचे थे हरभजन मानपंजाबी गायक हरभजन मान
कल सिंघु बॉर्डर पहुंचे थे. वहां उन्होंने लोगों को संबोधित किया था. बता दें कि किसान आंदोलन का आज 49वां दिन है.
पुडुचेरी सीएम ने बांटी मिठाई
पुडुचेरी: मुख्यमंत्री वी.नारायणसामी ने कल कृषि कानूनों पर सुप्रीम कोर्ट का फैसला आने के बाद मिठाई खिलाकर अपनी खुशी जाहिर की.
किसान आंदोलन पर बोलीं हेमा मालिनी
किसान आंदोलन पर हेमा मालिनी ने कहा कि प्रदर्शन कर रहे किसानों को नहीं पता कि असल में उन्हें क्या चाहिए या कानूनों के साथ समस्या क्या है. यह दिखाता है कि वे ऐसा इसलिए कर रहे हैं क्योंकि किसी ने उन्हें ऐसा करने को कहा है.
सुप्रीम कोर्ट के फैसले पर क्या बोले राहुल गांधी
क्या कृषि-विरोधी क़ानूनों का लिखित समर्थन करने वाले व्यक्तियों से न्याय की उम्मीद की जा सकती है? ये संघर्ष किसान-मज़दूर विरोधी क़ानूनों के ख़त्म होने तक जारी रहेगा. जय जवान, जय किसान!
किसान संगठनों का ऐलान- हमारा आंदोलन चलता रहेगा
हमारा आंदोलन सरकार के खिलाफ चलता रहेगा. कमेटी में वही लोग हैं जो कानून को सही ठहराते आए हैं. ये लोग अखबार में आर्टिक्ल लिखकर कानून को सही ठहराते रहे हैं. हमने तय किया है कि हमारा आंदोलन चलता रहेगा.
जब तक बिल वापसी नहीं, घर वापसी नहीं- राकेश टिकैत
भारतीय किसान यूनियन के प्रवक्ता राकेश टिकैत ने सुप्रीम कोर्ट के तीनों कृषि कानूनों पर स्टे लगाए जाने के बाद कल कहा कि जब तक ‘बिल वापसी नहीं, घर वापसी नहीं’.
किसान आंदोलन का आज 49वां दिन
कृषि कानूनों पर अंतरिम रोक लगाए जाने के बावजूद किसान आज 49वें दिन अपना धरना प्रदर्शन जारी रखेंगे. बता दें कि मंगलवार को सुप्रीम कोर्ट ने तीनों कानूनों को फिलहाल लागू होने से रोक दिया है, साथ ही किसान-सरकार के बीच बातचीत के लिए एक कमिटी भी बनाई है. किसानों का कहना है कि कानूनों को रद्द किया जाना चाहिए.