राजनीति का एक दौर था जब लोकनायक जय प्रकाश नारायण के भाषणों को सुनने के लिए लोगों का हुजूम उमर पड़ता था। अटल बिहारी वाजपेयी जब बोलते थे तो सारा जमाना दम साध कर उन्हें सुनता था। लेकिन बदलते वक्त के साथ राजनेताओं की रैलियों में भीड़ जुटाने के लिए अलग-अलग तरह के हथकंडे अपनाए जाने लगे। लेकिन इन तमाम कवायदों से आगे अब तो भीड़ जुटाने के लिए मौलानाओं की मदद लेने की कवायदें भी शुरू हो गई है। एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ है जिसमें एक मौलाना को मस्जिद से फतवा जारी करते हुए सुना जा रहा है जिसमें वो मुसलमान को राहुल गांधी की सभा में शामिल होने की बात कह रहे हैं।
समाचार चैनल जी न्यूज ने यह वीडियो दिखाया है जिसमें मकराना के सुन्नी जामा मस्जिद के इमाम मौलाना समसुद्दीन कादरी यह कहते सुनाई पड़ रहे हैं। वो कह रहे हैं कि 13 फरवरी को सुबह 11 बजे अपने काम वगैरह बंद करके राज पब्लिक स्कूल के पास सभा स्थल पर पहुंचकर अपनी जिंदादिली का सबूत पेश करें और एकजुटता का परिचय दें। ये इसलिए भी जरूरी है कि आपके सिर पर 2025 की तलवार लटक रही है। जनाब राहुल गांधी, हमारे राजस्थान मुख्यमंत्री जनाब अशोक गहलोत साहब और खनन विभाग के मंत्री और दूसरे मिनिस्टर लोग तशरीफ ला रहे हैं। आप जानते हैं कि हमारे मुल्क में जो बीजेपी हुकूमत जो वो लोग काम कर रहे हैं वो सारी चीजों पर निगाह रखते हैं कि मुसलमान कहां से खा रहा है। कैसे जी रहा है इन तमाम स्रोत को बंद करने की नापाक कोशिश हो रही है।
गौरतलब है कि 13 फरवरी को राहुल गांधी का राजस्थान दौरा था। जिस दिन उन्होंने राजस्थान के अजमेर और नागौर में जनसभा किया। राहुल ने नागौर के मकराना में किसानों को संबोधित भी किया और केंद्र के कृषि कानूनों को लेकर मोदी सरकार पर निशाना भी साधा और किसानों के साथ खड़े होने की बात भी कही।