राष्ट्रीय बाल अधिकार संरक्षण आयोग ने की राहुल गांधी के फेसबुक-इंस्टा अकाउंट पर भी कार्रवाई की मांग

नई द‍िल्‍ली. कांग्रेस के पूर्व राष्‍ट्रीय अध्‍यक्ष राहुल गांधी की मुश्‍क‍िलें कम होती नजर नहीं आ रही हैं. द‍िल्‍ली कैंट के नांगला राया एर‍िया में नौ साल की बच्‍ची के साथ हुये कथित दुष्‍कर्म और हत्‍या के मामले में पहचान उजागर करने का मामले में उन पर श‍िकंजा कसता जा रहा है. ट्व‍िटर इंडि‍या की ओर से उनके ऑफिश‍ियल अकाउंट को भी सस्‍पेंड क‍र द‍िया गया था.

अब सोशल मीड‍िया के प्‍लेटफार्म फेसबुक और इंस्‍टाग्राम पर भी इस तरह की फोटो पोस्‍ट क‍िये जाने पर राष्‍ट्रीय बाल अध‍िकार संरक्षण आयोग ने गंभीरता से संज्ञान ल‍िया है. एनसीपीसीआर ने इस संबंध में Facebook व Instagram को पत्र भी ल‍िखा है.

राष्ट्रीय बाल अधिकार संरक्षण आयोग (NCPCR) ने Facebook व Instagram को चिट्ठी लिखतें हुये कहा है कि उनके प्लेटफार्म पर पड़ी राहुल गांधी की पोस्ट बलात्कार पीड़िता की पहचान को उजागर कर रही है और भारतीय कानूनों का उल्लंघन कर रही है.

इस बीच देखा जाए तो राहुल गांधी के साथ-साथ करीब 23 नेताओं नेताओं व पार्टी से जुड़े ट्व‍िटर अकाउंट को हाल में बंद कर द‍िया गया है. इस पर राहुल गांधी ने कड़ी प्रतिक्रिया भी जाहिर की है. राहुल गांधी ने कहा, ट्विटर पर मेरे 19 से 20 मिलियन फॉलोवर्स हैं. आप उन्‍हें एक राय रखने के अधिकार से रोक रहे हैं. यह न केवल अनुचित है बल्‍कि ये भी दर्शाता है कि ट्विटर अब अपने विचार रखने का जरिया नहीं रह गया है. ट्विटर भी अब वही सुनता है जो केंद्र सरकार कहती है. ये आम लोगों के लिए काफी खतरना बात है. अगर ट्विटर राजनीतिक पक्ष लेने लगेगा तो यह उनके लिए ठीक नहीं है.

राहुल गांधी ने कहा क‍ि लोकतंत्र पर लगातार हमले हो रहे हैं और हमें संसद में बोलने की इजाजत नहीं दी जा रही है. मीडिया को भी नियंत्रित करके रखा जा रहा है. मुझे लगता था कि ट्विटर ही एक ऐसा प्‍लेटफॉर्म है जहां आप अपनी बात रख सकते हैं और करोड़ों लोगों तक अपनी बात पहुंचा सकते हैं, लेकिन ऐसा बिल्‍कुल भी नहीं है. ट्विटर भी पक्षपात करता है और वह वही सुनता है जो सरकार उससे कहती है.

ट्विटर के नियमों का उल्लंघन करने पर हुई कार्रवाई

इस मामले पर ट्विटर के एक प्रवक्ता के मुताबिक इन अकाउंट पर इसलिए कार्रवाई की गई है, क्योंकि इन्होंने ट्विटर के नियमों का उल्लंघन किया है. उन्होंने ये भी कहा कि आपत्तिजनक कंटेट को हटाने के बाद इन अकाउंट्स को दोबारा चालू कर दिया जाएगा.

बता दें कि जिन ट्विटर हैंडल को सस्पेंड किया गया है, उन पर ऐसे परिवार की फोटो शेयर की गई थी, जिनकी बच्ची की मौत यौन उत्पीड़न से हुई थी. बता दें कि पिछले हफ्ते राष्ट्रीय राजधानी में नौ वर्षीय एक दलित बच्ची से कथित बलात्कार के बाद उसकी हत्या कर दी गई थी.

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