नई दिल्ली. प्रवर्तन निदेशालय ने गुरुवार को कहा कि भगोड़ा कारोबारी नीरव मोदी (Nirav Modi) की बहन ने ब्रिटेन के बैंक खाते से 17 करोड़ से अधिक रुपये भारत सरकार को भेजे हैं. पंजाब नेशनल बैंक (पीएनबी) से कर्ज धोखाधड़ी मामले में मदद करने के बदले आपराधिक कार्यवाही से उन्हें छूट देने की अनुमति दी गयी थी.
ईडी ने एक बयान में कहा, ‘‘24 जून को, पूर्वी मोदी ने प्रवर्तन निदेशालय को सूचित किया कि उन्हें लंदन, ब्रिटेन में उनके नाम पर एक बैंक खाते का पता चला जो उनके भाई नीरव मोदी के कहने पर खोला गया था और यह धन उनका नहीं था.’’
बयान में कहा गया, ‘‘चूंकि पूर्वी मोदी को पूरा और सही खुलासा करने की शर्तों पर माफी की अनुमति दी गई थी, इसलिए उन्होंने ब्रिटेन के बैंक खाते से 23,16,889.03 अमरीकी डॉलर की राशि भारत सरकार, प्रवर्तन निदेशालय के बैंक खाते में भेज दी है. बयान के मुताबिक पूर्वी मोदी के इस सहयोग से प्रवर्तन निदेशालय करीब 17.25 करोड़ रुपये (23,16,889.03 अमरीकी डॉलर) वापस हासिल कर सका है.
नीरव मोदी वर्तमान में ब्रिटेन की जेल में है और भारत प्रत्यर्पण की उसकी याचिका खारिज हो चुकी है. नीरव मुंबई में पंजाब नेशनल बैंक की ब्रैडी शाखा से दो अरब डॉलर कर्ज की धोखाधड़ी के मामले में वांछित है.
मोदी ने अदालत में दायर की है नई याचिका
मोदी ने मंगलवार को लंदन के उच्च न्यायालय में भारत प्रत्यर्पण किए जाने के खिलाफ नयी याचिका दायर की है. उसके खिलाफ पंजाब नेशनल बैंक (पीएनबी) से जुड़े दो अरब डॉलर के घोटाले के मामले में धनशोधन और धोखाधड़ी के आरोप में भारत में मुकद्दमा चलाया जाना है.
दक्षिण पश्चिम लंदन के वैंड्सवर्थ जेल में बंद 50 वर्षीय हीरा कारोबारी को पिछले हफ्ते उच्च न्यायालय में याचिका के पहले चरण में हार का सामना करना पड़ा था. न्यायाधीश ने उसकी याचिका ‘लिखित रूप से’ नामंजूर कर दी थी.
मोदी के वकीलों के पास 16 अप्रैल को ब्रिटेन की गृह मंत्री प्रीति पटेल द्वारा जारी प्रत्यर्पण आदेश के खिलाफ याचिका दायर करने की मंजूरी के लिए दलील पेश करने की खातिर मौखिक सुनवाई की मांग करने वाली नयी याचिका देने के लिए पांच दिन का समय था.