संयुक्त राष्ट्र में भारत के स्थायी प्रतिनिधि टीएस त्रिमूर्ति ने कहा कि इस साल के “ऐतिहासिक” संयुक्त राष्ट्र महासभा सत्र का मुख्य आकर्षण प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की भागीदारी होगी. वो सितंबर 21 सितंबर से होने वाले उच्च स्तरीय दो चर्चाओं में हिस्सा लेंगे.
त्रिमूर्ति ने कहा कि कि पहली एक सामान्य चर्चा है, जहां प्रधानमंत्री संयुक्त राष्ट्र में भारत का प्रतिनिधित्व करेंगे और राष्ट्र का पक्ष रखेंगे, जबकि दूसरी संयुक्त राष्ट्र की 75वीं वर्षगांठ के मौके पर उच्च स्तरीय बैठक है. UNGA में उनका भाषण हमारी सहभागिता का मुख्य बिन्दु होगा. राजनयिक ने बताया कि जैव विविधता शिखर सम्मेलन का आयोजन 30 सितंबर को ‘अर्जेंट एक्शन ऑन बायोडाइवर्सिटी फॉर सस्टेनेवल डिवेलपमेंट’ विषय पर होगा.
यह जैव विविधता को लेकर संयुक्त राष्ट्र में पहला शिखर सम्मेलन होगा. हमारे पर्यवारण मंत्री प्रकाश जावड़ेकर इस शिखर सम्मेलन में हिस्सा लेंगे. त्रिमूर्ति ने जोर देकर कहा कि भारत दुनिया के 10 मेगा जैव विविधता वाले देशों में से एक है और देश ने जैव विविधता के क्षेत्र में अग्रणी भूमिका निभाई है.
तिरुमूर्ति ने कहा कि जैव विविधता शिखर सम्मेलन का आयोजन 30 सितंबर को ‘अर्जेंट एक्शन ऑन बायोडाइवर्सिटी फॉर सस्टेनेवल डिवेलपमेंट’ विषय पर होगा. जैव विविधता को लेकर संयुक्त राष्ट्र में पहला शिखर सम्मेलन होगा. हमारे पर्यवारण मंत्री प्रकाश जावड़ेकर इस शिखर सम्मेलन में हिस्सा लेंगे.
इसके अलावा संयुक्त राष्ट्र में एक अक्टूबर को महिलाओं पर वैश्विक सम्मेलन की 25वीं वर्षगांठ का कार्यकम होगा. इसमें महिला बाल विकास मंत्री स्मृति ईरानी भारत का प्रतिनिधित्व करेंगी. इसके अलावा विदेश मंत्री एस जयशंकर भी संयुक्त राष्ट्र महासभा (UNGA) की तर्ज पर होने वाली कुछ मंत्रिस्तरीय बैठकों में भाग लेंगे और महत्वपूर्ण मुद्दों पर चर्चा करेंगे.