अमेरिका के व्हाइट हाउस में आयोजित क्वाड देशों की समिट में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि हिंद प्रशांत क्षेत्र में हम साथ मिलकर काम करेंगे. पीएम मोदी ने कहा कि उनकी नजर में QUAD का उदेश्य यही है कि सभी साथ मिलकर दुनिया के लिए शांति स्थापित करें. दुनिया को समृद्धि की ओर ले जाएं.
पीएम मोदी ने कहा कि हम 4 देश भारत, ऑस्ट्रेलिया, जापान और अमेरिका 2004 की सुनामी के बाद इंडो-पेसिफिक क्षेत्र की मदद के लिए एक साथ आए थे. आज जब विश्व कोविड महामारी का सामना कर रहा है तो हम एक बार फिर क्वाड के रूप में एक साथ मिलकर मानवता के हित में जुटे हैं. हमारा क्वाड एक तरह से फोर्स फॉर ग्लोबल गुड की भूमिका में काम करेगा. सप्लाई चेन और जलवायु परिवर्तन पर चर्चा जरूरी.
प्रधानमंत्री ने पहली व्यक्तिगत क्वाड बैठक के लिए राष्ट्रपति जो बाइडेन के प्रति आभार व्यक्त किया. पीएम मोदी ने आगे कहा कि क्वाड विश्व को बल देने का काम करेगा. मुझे विश्वास है कि क्वाड में हमारा सहयोग हिंद-प्रशांत और पूरी दुनिया में शांति और समृद्धि सुनिश्चित करेगा.
पीएम मोदी ने कहा कि हमारा क्वाड वैक्सीन इनिशिएटिव इंडो-पैसिफिक देशों की बड़ी मदद करेगा. अपने सांझा लोकतांत्रिक मूल्यों के आधार पर क्वाड ने पॉजिटिव सोच, पॉजिटिव अप्रोच के साथ आगे बढ़ने का निर्णय लिया है. सप्लाई चेन हो या वैश्विक सुरक्षा, क्लाइमेट एक्शन हो या कोविड रिस्पांस या फिर टेक्नोलॉजी में सहयोग, इन सभी विषयों पर मुझे अपने साथियों से चर्चा करते हुए बहुत खुशी होगी.
क्वाड लीडर्स समिट में अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडेन ने कहा कि वैश्विक आपूर्ति को बढ़ावा देने के लिए भारत में वैक्सीन की अतिरिक्त 1 बिलियन डोज के उत्पादन की हमारी पहल ट्रैक पर है.
हिंद-प्रशांत क्षेत्र को किसी भी प्रभाव से मुक्त रखने की रणनीति के तहत नवंबर 2017 में क्वाड का गठन किया गया था जिसमें भारत, अमेरिका, जापान और ऑस्ट्रेलिया शामिल हैं.