वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने आज लोकसभा में आर्थिक सर्वेक्षण पेश किया. सर्वेक्षण 2023 में सकल घरेलू उत्पाद (GDP) में 8-8.5% की वृद्धि का अनुमान लगाता है. चालू वित्तीय वर्ष 2021-22 (वित्त वर्ष 22) के लिए सकल घरेलू उत्पाद की वृद्धि दर 9.2% अनुमानित है. संसद का बजट सत्र राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद के दोनों सदनों को संबोधित करने के साथ शुरू हुआ.
आर्थिक सर्वेक्षण मुख्य आर्थिक सलाहकार (CEA) के मार्गदर्शन में वित्त मंत्रालय द्वारा तैयार किया गया एक वार्षिक दस्तावेज है और यह वित्तीय वर्ष 2021-22 के दौरान देश भर में वार्षिक आर्थिक विकास का सारांश प्रदान करता है.
सरकार ने शुक्रवार को डॉ वी अनंत नागेश्वरन को नया सीईए नियुक्त किया और एक बयान में कहा कि उन्होंने पदभार ग्रहण कर लिया है. उन्होंने केवी सुब्रमण्यम का स्थान लिया, जिनका तीन साल का कार्यकाल दिसंबर में समाप्त हुआ. आर्थिक सर्वेक्षण में कहा गया है कि 9.2% पर, आर्थिक गतिविधियों ने पूर्व-महामारी के स्तर को ठीक कर लिया है.
मंगलवार को वार्षिक बजट से पहले संसद में वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण द्वारा पेश की गई रिपोर्ट में कहा गया है कि सभी मैक्रो संकेतकों ने संकेत दिया कि अर्थव्यवस्था चुनौतियों का सामना करने के लिए अच्छी तरह से तैयार है, कृषि और औद्योगिक उत्पादन वृद्धि में मदद मिली है.
आर्थिक सर्वे की खास बातें-
- FY-2023 में GDP ग्रोथ 8-8.5% रहने की उम्मीद
- पूंजीगत खर्च बढ़ाएगी सरकार
- वित्त वर्ष 2022 में वास्तविक जीडीपी विकास दर 9.2% रहने की संभावना
- वित्त वर्ष 2022 में औद्योगिक विकास दर 11.8% रहने की उम्मीद
- महामारी से सबसे कम प्रभावित कृषि और संबद्ध क्षेत्र
- FY22 कृषि क्षेत्र की वृद्धि 2021-22 में 3.9% पर संभव
- सेवा क्षेत्र महामारी से सबसे ज्यादा प्रभावित हुआ है
- 2021-22 में कुल खपत 7% बढ़ने का अनुमान है
- आपूर्ति श्रृंखला में सुधार से विकास में मदद मिलेगी
- वृहद अर्थव्यवस्था के मोर्चे पर FY23 में चुनौतियां होंगी