प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) ने आज यानी मंगलवार को राज्यसभा (Rajya Sabha) में राष्ट्रपति के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रसाद के दौरान अपना संबोधन दिया. इस दौरान उन्होंने कांग्रेस पर जमकर निशाना साधा. राज्यसभा में पीएम मोदी ने कहा कि अगर कांग्रेस नहीं होती तो सिखों का नरसंहार नहीं होता. कश्मीर से पंडितों का पलायन न होता. इसके अलावा उन्होंने कई घटनाओं का जिक्र करते हुए कांग्रेस पर तंज कसा. इसके जवाब में कांग्रेस नेता व प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला (Randeep Surjewala) ने एक के बाद एक ट्वीट कर भारतीय जनता पार्टी व प्रधानमंत्री मोदी पर हमला बोला है. इस दौरान सुरजेवाला ने सिलसिलेवार ट्वीट कर कांग्रेस की अहमियत को बताया. उन्होंने अपने पहले ट्वीट में कहा, ‘आजादी के 75वें साल में केवल झूठ-नफरत-अहंकार-प्रोपोगेंडा और पूंजीपतियों का ‘अमृत-काल’ चल रहा है. युवाओं, किसानों, गृहणियों, गरीबों, छोटे दुकानदारों और व्यवसाईयों का तो ‘राहुकाल’ चल रहा है.’
कांग्रेस की अहमियत को समझाते हुए सुरजेवाला ने कहा, ‘कभी 2 सांसदों वाली पार्टी आज सत्ता में है, दमन यंत्रों के बीच भी जनता की आवाज है, झूठ और प्रोपोगैंडा के बीच भी बेखौफ सच है, जुमलों वाली निकम्मी सरकार की सनक के बीच जनसेवा का धर्म निभाने वाला समर्पित विपक्ष है, पूंजीपतियों की गुलामी नहीं, देश की परवाह है’. कांग्रेस नेता ने आगे कहा, ‘कांग्रेस है इसलिए बाबा साहब का संविधान है, स्वतंत्रता सेनानियों के सपने सच हैं, बापू के विचार और आदर्श जीवंत हैं, परमाणु शक्ति और तकनीकी क्रांति है, हमसे टकराने वाले पाकिस्तान के दो टुकड़े हुए हैं, वैश्विक मंदी में भी भारत मजबूत रहा है, विपक्ष व असहमति की भी जगह रही है और जान लें, मोदी सरकार न होती तो – महा-महंगाई का बोझ न होता, ₹100 पार पेट्रोल-डीजल न होता, ₹200 पार खाने का तेल न होता, ₹1,000 पार गैस सिलेंडर न होता, 205% रेल किराया न बढ़ा होता, जूते-चप्पलों पर 18% टैक्स न लगा होता, लोगों का बजट लूटना सरकार का धर्म न होता.’
सुरजेवाला ने आगे कहा, मोदी सरकार न होती तो..बेतहाशा बेरोजगारी की मार न होती, बेरोजगारी दर 8% पार न होती, मैन्युफैक्चरिंग में 2.70 करोड़ लोगों की नौकरी न जाती, लॉकडाउन में 12.20 करोड़ लोगों की नौकरी न जाती, केंद्र सरकार में 30 लाख पद ख़ाली न होते, डेमोग्रैफिक डिवीडेंड डेमोग्रैफिक डिजास्टर न बनता.’ उन्होंने कहा, मोदी सरकार न होती तो ‘मंद अर्थव्यवस्थाबंद व्यापार न होता, 60 लाख MSME का बंद कारोबार न होता, देश की GDP का बंटाधार न होता, बैंक लुटेरों का विदेशों में बेड़ा पार न होता, छोटा मोदीमाल्या देश से फरार ना होता, बैंक NPA ₹10 लाख करोड़ पार न होता, नोटबंदीगलत GST का वार न होता.’
सुरजेवाला ने कहा कि मोदी सरकार न होती तो किसानों पर 3 काले कानूनों का प्रहार न होता, 700 किसानों की शहादत का समाचार न होता, दुगनी आय के जुमले पर वोट का व्यापार न होता, ₹27/दिन की आमदनी से किसान बेज़ार न होता, MSP गैरंटी के लिए चौतरफ़ा हाहाकार न होता, किसान विरोधी भाजपा का नारा बार बार न होता.’ उन्होंने आगे कहा कि मोदी सरकार न होती तो ‘राजा मुट्ठी भर पूंजीपतियों का पैरोकार न होता, दोस्तों का रोज़ ₹1000 करोड़ के मुनाफे का कारोबार न होता, 140 करोड़ देशवासियों में केवल 142 धन्नासेठों का ₹30 लाख करोड़ की सम्पति का बढ़ा हुआ भंडार न होता, राजा सिक्कों की खनक में अंधा बार बार न होता.’
कांग्रेस नेता सुरजेवाला ने आगे कहा कि मोदी सरकार न होती तो कमजोर प्रधान मंत्री चीन के आगे लाचार न होता, डेपसंग प्लेन और गोगरा होट स्प्रिंग, लद्दाख में चीन सरहदों के इस पार न होता, डोकलाम में ‘चिकन नेक’ तक चीन की सड़कों का जाल तैयार न होता, 1 साल में चीन से 46% ($97 बिलीयन) आयात का विस्तार न होता. मोदी जी, अमर्यादित भाषा और बड़बोले भाषणों से बाज आइए, कुछ काम किया हो तो बताइए.’