रविवार को प्रधानमंत्री मोदी ने एक जनसभा के दौरान आरोप लगाया कि कांग्रेस ने हल्दी किसानों का अपमान किया। प्रधानमंत्री के इस बयान पर राजनीति शुरू हो गई है। दरअसल तेलंगाना के मंत्री केटीआर ने इस मुद्दे पर भाजपा को ही निशाने पर लिया है। दरअसल प्रधानमंत्री ने जनसभा के दौरान कहा कि ‘जब कोरोना महामारी के दौरान उन्होंने कहा था कि हल्दी से रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है तो कांग्रेस ने इसका मजाक उड़ाया था।’ इस पर प्रधानमंत्री ने कहा कि ‘कांग्रेस ने सिर्फ मेरा नहीं बल्कि हल्दी की खेती करने वाले किसानों का मजाक उड़ाया था।’
केटी रामाराव ने साझा किए बॉन्ड पेपर
प्रधानमंत्री के बयान की तेलंगाना के मंत्री केटी रामाराव ने आलोचना की है। केटी रामाराव ने ट्वीट करते हुए लिखा कि हल्दी किसानों की असल बेइज्जती उनसे किए वादे नहीं निभाना है। केटीआर ने लिखा कि ‘हल्दी किसानों से बॉन्ड पेपर पर हल्दी बोर्ड बनाने का वादा करना उनकी असल बेइज्जती है। कई विरोध प्रदर्शनों के बावजूद उनकी मांग को ठुकरा दिया गया है। क्या आपको ये याद हैं कि आपके निजामाबाद के भाजपा सांसद ने बॉन्ड पेपर पर यह वादा किया था। हल्दी किसान भाजपा को उसके धोखे के लिए समय आने पर उपयुक्त जवाब देंगे।’
बता दें कि पीएम मोदी ने कर्नाटक में ताबड़तोड़ चुनाव प्रचार कर पार्टी के पक्ष में माहौल बनाने की पूरी कोशिश की। अब 10 मई को मतदान और 13 मई को नतीजे आने के बाद ही पता चलेगा कि प्रधानमंत्री की मेहनत कितनी सफल रही है। कर्नाटक में आज प्रचार का आखिरी दिन है। भाजपा ने कर्नाटक चुनाव में बजरंग दल पर बैन के एलान को भी खूब भुनाने की कोशिश की और लगातार कांग्रेस पर हमलावर रहे।