जम्मू-कश्मीर के कठुआ में कल आतंकवादियों ने हमला किया था। इससे उत्तराखंड के पांच जवान शहीद हो गए। इस खबर के बाद से देवभूमि शोक में डूब गई है। परिजन सदमे में है तो वहीं बलिदानियों के घर -गांव में मातम पसर गया है। इस बीच, रक्षा सचिव गिरिधर अरमाने ने कड़े शब्दों में कहा कि पांचों जवानों की हत्या का बदला लिया जाएगा और भारत इस हमले के पीछे की बुरी ताकतों को छोड़ेगा नहीं।
वहीं, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने जवानों की शहादत पर दुख जताया और कहा कि सशस्त्र सेनाएं क्षेत्र में शांति लाने के लिए प्रतिबद्ध हैं।
बड़े पैमाने पर तलाशी अभियान शुरू
गौरतलब है, कठुआ के बिलावर उपजिले में बदनोता के बरनूड इलाके में जेंडा नाले के पास सेना के एक वाहन पर आतंकियों ने सोमवार को घात लगाकर हमला कर दिया था। आतंकी हमले में पांच जवान बलिदान हो गए। वहीं कुछ अन्य बुरी तरह से घायल हो गए। हाई अलर्ट और हमले के इनपुट के बीच जम्मू-कश्मीर में एक माह में सबसे बड़ा आतंकी हमला अंजाम दिया गया। हमले के लिए जिम्मेदार आतंकवादियों को पकड़ने के लिए बड़े पैमाने पर तलाशी अभियान शुरू किया जा चुका है।
कठिन समय में परिवार के साथ खड़ा देश
रक्षा मंत्री ने सोशल मीडिया मंच एक्स पर कहा, ‘जम्मू कश्मीर के बदनोता में आतंकवादी हमले में भारतीय सेना के पांच बहादुर जवानों की शहादत से दुखी हूं। शोक संतप्त परिवारों के प्रति मेरी गहरी संवेदना। देश इस कठिन समय में उनके साथ खड़ा है। आतंकवाद रोधी अभियान जारी है और हमारे सैनिक क्षेत्र में शांति और व्यवस्था कायम करने के लिए प्रतिबद्ध हैं।’
उन्होंने आगे कहा, ‘मैं इस हमले में घायल हुए लोगों के जल्द सही होने की प्रार्थना करता हूं।’
बुरी ताकतों को हराएगा भारत
रक्षा सचिव अरमाने ने भी हमले में पांच बहादुरों की मौत पर गहरा दुख व्यक्त किया और शोक संतप्त परिवारों के प्रति गहरी संवेदना व्यक्त की। उन्होंने कहा, ‘देश के प्रति उनकी निस्वार्थ सेवा को हमेशा याद रखा जाएगा और उनके बलिदान का बदला लेकर रहेंगे और भारत हमले में शामिल बुरी ताकतों को हराएगा।’
घर में मातम
आतंकी हमले में कीर्तिनगर ब्लॉक के थाती डागर निवासी राइफलमैन आदर्श नेगी, रुद्रप्रयाग निवासी नायब सूबेदार आनंद सिंह, लैंसडौन निवासी हवलदार कमल सिंह, टिहरी गढ़वाल निवासी नायक विनोद सिंह, रिखणीखाल निवासी राइफलमैन अनुज नेगी बलिदान दिया। खबर के बाद उनके घर में मातम है। पूरे क्षेत्र में यह खबर आग की तरह फैल चुकी है। इससे परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है।
26 वर्षीय आदर्श 2018 में सेना में भर्ती हुए थे। उनके पिता दलबीर सिंह नेगी गांव में ही खेतीबाड़ी का काम करते हैं। आदर्श की 12वीं तक की पढ़ाई राजकीय इंटर कालेज पिपलीधार से हुई। 2018 में वह गढ़वाल राइफल्स में भर्ती हो गए। उस दौरान वह गढ़वाल विश्वविद्यालय से बीएससी द्वितीय वर्ष के छात्र थे। आदर्श तीन भाई-बहन में सबसे छोटे थे। सोमवार देर रात उनके बलिदान होने की खबर परिजनों को मिली है।