युवाओं ने देश की सड़कों को बनाया ‘अग्निपथ’, नई सैन्य भर्ती का विरोध

नई दिल्ली:  अग्निपथ के विरोध में देश के कई राज्यों के युवा सड़कों पर है. युवाओं के गुस्से की आग  बिहार, राजस्थान और हरियाणा की सड़कों और रेल पटरियों पर देखा जा सकता है. जगह-जगह विरोध-प्रदर्शन, आगजनी और बवाल की खबरें आ रही हैं. केंद्र सरकार ने चंद दिनों पहले सेना में सैनिकों की नई भर्ती योजना का खुलासा किया था. सरकार के कहना है कि इससे सेना और सशक्त बनेगी. लेकिन सेना में 18 साल की उम्र में भर्ती होने वाले 75 फीसदी युवा 4 साल बाद यानि 22 की उम्र में रिटायर हो जाएंगे. बाकि 25  प्रतिशत सैनिक ही 15 साल के लिए रेगुलर होंगे. युवाओं का गुस्सा इसी को लेकर है. चार साल ऐसे सैनिकों के रोजगार का कोई इंतजाम होगा, अग्निवीर योजना में कुछ उल्लेख नहीं है.

सेना औऱ सरकार जहां इस योजना का लाभ गिना रही है वहीं कई विशोषज्ञ इस योजना के दूरगामी परिणाम की आशंका जता रहे हैं. सेना में प्रशिक्षित युवाओं को चार साल बाद घर बैठा देने से उनके भटकने की आशंका से भी इनकार नहीं किया जा सकता है. फिलहाल, बुधवार को देश के कई राज्यों में युवा सड़कों पर उतर कर अग्निवीर योजना का विरोध कर रहे हैं. 

अग्निपथ के खिलाफ गुस्से की आग  बिहार से गुरुग्राम तक सड़कों-पटरियों तक फैल गया है. सेना में भर्ती की इस नई स्कीम का जमकर विरोध हो रहा है. कई जगह आगजनी हुई है, रेल मार्ग-सड़क मार्ग को रोका गया है. युवा अग्निपथ स्कीम को वापस लेने की मांग कर रहे हैं. स्कीम के विरोध में कई जगह आगजनी हुई है, रेल मार्ग-सड़क मार्ग को रोका गया है. इसके अलावा पथराव की भी खबरें हैं.बिहार के जहानाबाद में आज छात्रों ने आगजनी की. छात्रों ने जहानाबाद में NH-83 और NH-110 जाम कर आगजनी की.

 विरोध में युवाओं ने ट्रेन में लगाई आग
 
बिहार के कैमूर जिले में विरोध की आग बढ़ती जा रही है. यहां भभुआ रोड रेलवे स्टेशन पर हजारों की संख्या में सेना की तैयारी करने वाले छात्रों ने बवाल काटा. यहां भभुआ पटना इंटरसिटी ट्रेन के अंदर भी आग लगा दी गई. प्रदर्शन कर रहे छात्रों ने कहा कि हम सेना में जाने के लिए बहुत कड़ी मेहनत करते हैं. इसे चार साल के लिए सीमित कैसे किया जा सकता है? जिसमें ट्रेनिंग के दिन और छुट्टियां भी शामिल हों? सिर्फ तीन साल की ट्रेनिंग के बाद हम देश की सुरक्षा कैसे कर सकते हैं? सरकार को इस स्कीम को वापस लेना चाहिए.

जहानाबाद में प्रदर्शन कर रहे एक छात्र ने कहा कि हम चार साल के बाद काम करने कहां जाएंगे? चार साल की सर्विस के बाद हम लोग बेघर हो जाएंगे. इसलिए हम लोग सड़कों पर उतरे हैं. प्रदर्शनकारी ने कहा कि देश के नेताओं को समझना होगा कि जनता जागरूक है.

बिहार में कहां-कहां प्रदर्शन
 
जहानाबाद, बक्सर, आरा, सहरसा, नवादा और मुंगेर में सुबह से उग्र युवा हिंसक प्रदर्शन कर रहे हैं. सभी स्थानों पर उग्र छात्रों ने रेलवे ट्रैक को जाम कर दिया है और ट्रेनों की आवाजाही पर व्यापक असर पड़ा है. आरा में सबसे ज्यादा उग्र प्रदर्शन देखने को मिल रहा है जहां पर छात्र रेलवे स्टेशन पर सुबह से पथराव कर रहे हैं. मुंगेर में भी अग्निपथ को लेकर सड़कों पर आगजनी की गई और सड़क जाम किया गया. सैकड़ों की संख्या में युवाओं ने साफिया सराय भागलपुर-पटना एनएच 80 पर बैरिकेडिंग लगाकर सड़क जाम कर दिया. नाराज अभ्यर्थियों के द्वारा विरोध प्रदर्शन में आरजेडी के कई स्थानीय नेता भी उनका समर्थन करते दिखे. 

सहरसा में नाराज छात्रों ने सड़क और रेलवे ट्रैक को जाम कर दिया. सहरसा से खुलने वाली सहरसा नई दिल्ली सुपरफास्ट वैशाली एक्सप्रेस, सहरसा पटना राजरानी सुपर स्टार एक्सप्रेस पिछले कई घंटों से रेलवे स्टेशन पर खड़ी है. जहानाबाद में भी उग्र छात्रों ने सुबह रेलवे ट्रैक को जाम करके पटना गया रूट पर ट्रेनों की आवाजाही को बाधित किया मगर बाद में पुलिस प्रशासन मौके पर पहुंचा और फिर रेलवे ट्रैक को खाली कराया गया और ट्रेनों की आवाजाही को शुरू किया गया है. बक्सर में छात्र सुबह से ही रेलवे ट्रैक जाम कर के बैठे हैं जिसकी वजह से कई ट्रेनों की आवाजाही बाधित हुई है.

गुरुग्राम में हाईवे जाम
 
“अग्निपथ” स्कीम के विरोध गुरुग्राम में भी हो रहा है. गुरुग्राम में दिल्ली-जयपुर हाइवे को जाम किया गया है. बिलासपुर थाना क्षेत्र से लगते एनएच 48 को सैकड़ों युवाओं ने जाम किया है. युवाओं का कहना है कि पिछले 3 साल से फौज में भर्ती नहीं की गई है और अब सिर्फ 4 साल की भर्ती की जाएगी.

सेना के मुताबिक सैन्य मोर्चे पर बढ़ेगी देश की ताकत

सेना के वाइस चीफ ऑफ आर्मी स्टाफ लेफ्टिनेंट जनरल बीएस राजू के मुताबिक सरकार की इस स्कीम से साल 2030-32 तक 12 लाख सैन्यकर्मी में से आधे ‘अग्निवीर’होंगे. केंद्र सरकार का कहना है कि  अग्निपथ स्कीम के तहत युवाओं को सेना में सेवा का मौका मिलेगा. साथ ही उन्हें अच्छी सैलरी भी मिलेगी. उम्मीद जताई जा रही है कि इससे आने वाले दिनों में सैन्य मोर्चे पर देश की ताकत भी बढ़ेगी.
 
एक अंग्रेजी अखबार से बातचीत करते हुए लेफ्टिनेंट जनरल बीएस राजू ने कहा, ‘इस स्कीम के तहत हर साल भर्ती की संख्या बढ़ाई जाएगी. इस साल इसमें 40 हजार लोगों को शामिल किया जाएगा. सातवें और आठवें साल तक इसकी संख्या 1.2 लाख पहुंच जाएगी. जबकि 10वें और ग्यारहवें साल ये संख्या 1.6 लाख तक पहुंच जाएगी.’

15 साल तक भी नौकरी का मौका

कहा जा रहा है कि इस स्कीम के तहत इस साल वायु सेना और नेवी में 3000 अग्निवीरों की भर्ती की जाएगी. हालांकि यहां भी भर्ती की संख्या साल दर साल बढ़ाई जाएगी. अग्निवीरों के हर बैच से सिर्फ 25 फीसदी अच्छे सैनिकों को अगले 15 साल के लिए रेगुलर कैडर में शामिल किए जाएगा. जबकि बाकी बचे 75 फीसदी को चार साल बाद हटा दिया जाएगा.

बढ़ेगी सेना की औसत उम्र

वाइस चीफ ऑफ आर्मी स्टाफ बीएस राजू के मुताबिक इस स्कीम से सेना की फिटनेस भी बढ़ जाएगी. उन्होंने कहा कि अभी सेना में औसत उम्र 32 साल है. लेकिन अग्निवीरों की भर्ती से 6-7 साल बाद ये औसत उम्र घट कर 24-26 साल तक पहुंच जाएगी.

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