निशिकांत दुबे, मनोज तिवारी और कपिल मिश्रा सहित भाजपा के एक प्रतिनिधिमंडल आज दुमका पहुंचा और अंकिता सिंह के परिवार से मुलाकात की। 12वीं में पढ़ने वाली अंकिता को एक युवक ने जिंदा जला दिया था जिसकी कुछ दिनों बाद अस्पताल में मौत हो गई थी। गोड्डा विधानसभा क्षेत्र से भाजपा सांसद निशिकांत दुबे ने कहा कि इस परिवार की देखभाल भाजपा करेगी।
घर पर सो रही थी, तभी जला दिया
23 अगस्त को 12वीं कक्षा में पढ़ने वाली अंकिता अपने घर में सो रही थी। तड़के सुबह करीब पांच बजे उसी मोहल्ले में रहने वाला शाहरुख हुसैन उसके घर पहुंचा। उसने खिड़की के कांच तोड़कर अंकिता पर पेट्रोल डाला और माचिस जला कर उसे आग के हवाले कर दिया। घटना में गंभीर रूप से जली अंकिता को गंभीर हालत में दुमका जिले के फूलो झानो मेडिकल कॉलेज अस्पताल में भर्ती कराया गया। जहां से प्राथमिक इलाज के बाद 23 अगस्त को ही अंकिता को रांची के रिम्स अस्पताल रेफर कर दिया गया था। अंकिता के दोनों हाथ, दोनों पैर, पीठ का हिस्सा और पेट का काफी हिस्सा बुरी तरह से जल गया था। पांच दिन तक वह जिंदगी और मौत से जूझती रही। शनिवार को इलाज के दौरान उसने दम तोड़ दिया।
तीन साल से कर रहा था परेशान
अंकिता के परिवार का कहना है कि शाहरुख पिछले तीन साल से उसे परेशान कर रहा था। अंकिता ने इस बात की जानकारी अपने पिता को भी दी थी। शुरुआत में उन्होंने इस पर कोई कदम नहीं उठाया। इसके बाद जब शाहरुख अंकिता का ज्यादा परेशान करने लगा तो वह पुलिस के पास शिकायत करने भी गए थे। हालांकि, शाहरुख के बड़े भाई ने माफी मांगते हुए आगे से ऐसा नहीं होने का आश्वासन दिया।
इसके बाद शाहरुख कुछ दिन तक शांत रहा। कुछ दिनों बाद उसने फिर से वही सब करना शुरू कर दिया। घटना से करीब 15 दिन पहले से उसने अंकिता को कुछ ज्यादा ही परेशान करना शुरू कर दिया था। घटना से एक दिन पहले 22 अगस्त को ही उसने अंकिता को फोन करके धमकी दी कि अगर मुझसे बात नहीं करोगी तो जान से मार दूंगा। और 23 अगस्त को उसने इस वारदात को अंजाम भी दे डाला।