कर्नाटक सीएम ने प्रवीण मर्डर केस की एनआईए जांच की सिफारिश की

 8 दिनों में 3 लोगों की हत्या के बाद दबाव में आई कर्नाटक की बोम्मई सरकार ने प्रवीण हत्याकांड की जांच एनआईए से कराने की सिफारिश कर दी है. मंगलवार रात को कर्नाटक में दक्षिण कन्नड़ जिले के बेल्लारे में भाजयुमो नेता प्रवीण नेत्तारू (32) की उसकी दुकान के सामने मोटरसाइकिल सवार तीन अज्ञात हमलावरों ने हत्या कर दी थी. हत्या के बाद बुधवार को दक्षिण कन्नड़ जिले में कई स्थानों पर तनाव भी पैदा हो गया था.

मेंगलुरू में अलग-अलग समुदायों के लोगों की हत्या के बाद शहर में कर्फ्यू लागू कर दिया गया है. मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई ने ये भी कहा था कि वह कर्नाटक-केरल सीमा से लगे 55 स्थानों पर सुरक्षा स्थिति की समीक्षा के लिए पुलिस के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ मीटिंग करेंगे.वहीं दूसरी ओर पुलिस ने आज बताया कि तनावपूर्ण माहौल के कारण दक्षिण कन्नड़ और उडुपी जिलों में सुरक्षा बढ़ा दी गई है. सूरतकल, बाजपे, मुल्की और पन्नाम्बुर पुलिस थाना क्षेत्रों में स्कूल एवं कॉलेज शुक्रवार को बंद कर दिए गए हैं.

मेंगलुरु में कर्फ्यू

मेंगलुरु पुलिस आयुक्त एन शशिकुमार के मुताबिक, ‘‘बृहस्पतिवार रात से 30 जुलाई की सुबह तक कर्फ्यू लगाया गया है.’’ अधिकारी ने बताया कि शराब की सभी दुकानें बंद रहेंगी और कर्नाटक-केरल सीमा पर चौकी समेत 19 जांच चौकियों का गठन किया गया है. उन्होंने कहा कि रात में 10 बजे के बाद किसी को शहर में घूमने की इजाजत नहीं है.

सिद्धारमैया ने मांगा CM का इस्तीफा

विधानसभा में विपक्ष के नेता सिद्धरमैया ने मुख्यमंत्री के इस्तीफे की मांग करते हुए कहा कि राज्य में कानून-व्यवस्था पूरी तरह बिगड़ गई है और हत्या की घटनाएं ‘खुफिया विफलता’ को दर्शाती हैं. उन्होंने कहा, ‘इंटेलिजेंस डिपार्टमेंट सीएम के अधीन, जबकि कानून व्यवस्था गृह मंत्री के तहत है. इसलिए, वे इसके लिए जिम्मेदार हैं और उन्हें त्यागपत्र दे देना चाहिए.’

मुख्यमंत्री ने किया पलटवार

कांग्रेस नेता के आरोप पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते बोम्मई ने कहा, ‘‘जब वह (सिद्धरमैया) मुख्यमंत्री थे तब 32 हत्याएं हुई थीं. ‘तब उन्होंने क्या किया? वह हर चीज में सिर्फ राजनीति की कोशिश करते हैं. उनके बयान का कोई महत्व नहीं है। हम जानते हैं कि चीजों का प्रबंधन कैसे किया जाता है.”

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