काशी के मूर्धन्य विद्वान पं. लक्ष्मीकांत दीक्षित गुरुजी परम सायुज्य को प्राप्त हुए। अंतिम यात्रा 11 बजे उनके निवास स्थान मंगलागौरी से निकलेगी।
काशी के मूर्धन्य वैदिक श्रौत-स्मार्त कर्मकाण्ड विशेषज्ञ साङ्गवेद विद्यालय के यजुर्वेदाध्यापक लक्ष्मीकान्त दीक्षित के निधन से सनातनी जगत को अपूरणीय क्षति हुई है। इनके ही आचार्यत्व मे विगत 22 जनवरी को अयोध्या में श्रीरामलला की प्राण-प्रतिष्ठा हुई थी।