धार्मिक नगरी मणिकर्ण के शिल्हा गांव में तीन मंजिला मकान जलकर राख हो गया है। आग में दो भेडे़ं व दो बछियां जिंदा जल गई हैं। एक गाय बुरी तरह झुलस गई है। आग से करीब 20 लाख रुपये का नुकसान आंका गया है।
हिमाचल प्रदेश के जिला कुल्लू की धार्मिक नगरी मणिकर्ण के शिल्हा गांव में तीन मंजिला मकान जलकर राख हो गया है। आग की घटना मंगलवार रात करीब 12.30 बजे हुई है। देर रात को भड़की आग में दो भेडे़ं व दो बछियां जिंदा जल गई हैं। एक गाय बुरी तरह झुलस गई है। आग से करीब 20 लाख रुपये का नुकसान आंका गया है। जानकारी के अनुसार मंगलवार रात को गांव का एक व्यक्ति अपनी ड्यूटी से घर आ रहा था। इस दौरान उसने एक घर में धुआं निकलता हुआ देखा। इसकी सूचना उसने परिवार को दी। जिस समय मकान में आग लगी उस वक्त परिवार के सभी सदस्य रसोई घर में थे।
मकान की निचली मंजिल में पशु रखे थे। लकड़ी के काष्ठकुणी शैली में बने इस मकान की निचली मंजिल में ही आग लगी थी। सूचना मिलने के बाद गांव के लोग मौके पर एकत्रित हो गए। इसके बाद सभी लोग आग बुझाने में जुट गए। आग इतनी भड़क गई थी कि उस पर काबू नहीं पा सके। आग बुझाने में जुटे लोगों को कोई सफलता नहीं मिल सकी.
लेकिन उन्होंने साथ लगते अन्य मकानों को जलने से बचा लिया। लकड़ी का मकान होने से आग पलभर में फैल गई। आग से मकान की निचली मंजिल में बंधी दो भेड़ें व दो बछियां जिंदा जल गईं और एक गाय भी झुलस गई है। इसकी सूचना अग्निशमन केंद्र को भी दी गई, लेकिन दमकल वाहन को करीब 50 किलोमीटर का सफर तय करना था।
ऐसे में उसे स्थानीय पंचायत प्रधान ने भुंतर से वापस भेजा, क्योंकि तब तक मकान जल चुका था और आग बुझ गई थी। ऐसे में ग्रामीणों ने अन्य घरों को जलने से बचा लिया। आग लगने का कारण शॉर्ट सर्किट होना बताया जा रहा है। उधर, एसडीएम कुल्लू विकास शुक्ला ने बताया कि आग की घटना से हुए नुकसान का आकलन किया जा रहा है। प्रभावित परिवार को प्रशासन की ओर से नियमावली के तहत हर संभव मदद दी जाएगी। एसपी कुल्लू गुरदेव शर्मा ने कहा कि मकान में आग लगने के कारणों का पता लगाया जा रहा है।