600 नहीं 1000 अंकों की होगी मार्कशीट, अगले सत्र से हाईस्कूल में पढ़ाए जाएंगे 10 विषय

प्रयागराज। अगले सत्र से यूपी बोर्ड हाईस्कूल के बच्चों को 10 विषय पढ़ाने की तैयारी है। 10 विषयों का खाका यूपी बोर्ड की वेबसाइट पर जारी कर दिया गया है। यह प्रस्ताव हूबहू लागू कर दिया जाए या कोई संशोधन करना चाहिए। इस संबंध में माध्यमिक शिक्षा परिषद ने ई मेल upmspncf2023@gmail.com पर 29 जून तक सुझाव मांगा है। आए हुए सुझावों पर विचार करने के बाद इसे लागू कर दिया जाएगा।

नई शिक्षा नीति 2020 के क्रम में भारत सरकार से जारी नेशनल करिकुलम फ्रेमवर्क (एनसीएफ)- 2023 के अंतर्गत हाईस्कूल (कक्षा नौ और 10) की पाठ्यचर्या में संशोधन किया गया है। हाईस्कूल में छह विषय अनिवार्य रूप से पढ़ाए जा रहे हैं। अब उसकी जगह 10 विषय कर दिए जाएंगे। सभी को तीन भाषाएं पढ़नी होंगी। इसमें हिंदी तो सबको पढ़नी होंगी। इसके अलावा संस्कृत, अंग्रेजी या देश की 17 भाषाओं में किसी एक को ले सकते हैं।

चौथा विषय गणित सभी के लिए अनिवार्य होगा। ऐसे ही विज्ञान, सामाजिक विज्ञान भी अनिवार्य होगा। अंतर विषयक में गृह विज्ञान, मानव विज्ञान, वाणिज्य, एनसीसी, कंप्यूटर, कृषि, पर्यावरण में से किसी एक विषय को ले सकते हैं। आठवां विषय कला शिक्षा क्षेत्र में से चित्रकला, रंजन कला, संगीत गायन, वादन में से कोई एक लेना होगा। शारीरिक शिक्षा के अंतर्गत नैतिक, योग, खेल आदि में से भी एक विषय लेना होगा। 10वें विषय के रूप में व्यावसायिक शिक्षा पढ़नी होगी। इसमें 26 विषय हैं। नौवीं और 10वीं में अलग-अलग विषय पढ़ने होंगे। इसके लागू होने के साथ ही विज्ञान वर्ग, कला वर्ग, कामर्स और व्यवसायिक वर्ग का प्रारूप खत्म हो जाएगा। हर बच्चे को दो वर्ष में व्यवसायिक के दो विषय पढ़ने होंगे। इससे वह बाद में स्वरोजगार भी शुरू कर सकते हैं।

आंतरिक मूल्यांकन के होंगे 20 अंक
अब तक हाईस्कूल का अंकपत्र 600 अंकों का होता था। वह अब 1000 अंकों का होगा। इसमें प्रत्येक विषय 100 अंक का होगा। उसमें से 80 अंक की परीक्षा होगी और 20 अंक आंतरिक मूल्यांकन से मिलेगा।

बदलेगा प्रश्नों का प्रारूप
यूपी बोर्ड के सचिव दिब्यकांत शुक्ल ने बताया कि अब प्रश्न पत्र का प्रारूप भी बदल जाएगा। नए प्रारूप में 20 अंकों के बहुविकल्पीय प्रश्न होंगे। 30 अंकों के दक्षता आधारित प्रश्न और 30 अंक के वर्णात्मक प्रश्न होंगे।

ग्रेडिंग सिस्टम लागू
सचिव ने बताया कि पाठ्यचर्या में बदलाव के साथ ही ग्रेडिंग सिस्टम लागू कर दिया जाएगा। अंक पत्र में अंकों के सामने ग्रेड भी लिखा रहेगा। उन्होंने बताया कि 91 से अधिक अंक पाने वाले ए-1 ग्रेड में उत्तीर्ण होंगे। 81 से 90 अंक तक ए-2, 71 से 80 अंक तक बी-1, 61 से 70 अंक तक बी-2, 51 से 60 अंक तक सी-1, 41 से 50 अंक तक सी-2, 33 से 40 अंक तक डी ग्रेड के माने जाएंगे। वहीं 32 अंक से कम वाले को ई ग्रेड मिलेगा।

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