मुजफ्फरनगर की चीनी मिलों पर गन्ना किसानो का करोड़ो बकाया

मोरना। सरकार द्वारा चीनी मिलों को सभी किसानों का गन्ना भुगतान करने के लिए आदेश दिए हुए हैं और बार बार दावे किये जा रहे है कि पिछले सभी भुगतान समेत रिकॉर्ड भुगतान कर दिया गया है और जिन चीनी मिलों पर कोई भुगतान बकाया है तो चीनी मिल चलने से पहले सभी किसानों का भुगतान हो जाएगा लेकिन ज़िले की एकमात्र सरकारी मिल मोरना चीनी मिल पर किसानों का करोडो  रुपए बकाया चल रहा है तथा मिल चलने की तैयारी में है लेकिन अभी तक पिछले साल का बकाया भुगतान भी नहीं हो पाया है जिसके चलते किसानों ने आंदोलन की चेतावनी दी है। 

दि गंगा किसान सहकारी चीनी मिल मोरना चलने की तैयारी में है जिसके चलते मिल में साफ सफाई व टेक्निकल चीजों को सही करते हुए मिल में अग्नि को छोड़ दिया गया है।  मिल प्रशासन मिल एक सप्ताह में चलाने के लिए तैयार है , रविवार को मिल में पहुंचे सैकड़ों किसान यूनियन के कार्यकर्ताओं के साथ किसानों ने मिल प्रबंधक से किसानों के भुगतान को लेकर बात की।  किसानों ने कहा है कि पिछले वर्ष किसानों द्वारा मिल में गन्ना डाला हुआ है लेकिन मिल द्वारा उसका अभी तक भुगतान नहीं हुआ है, चीनी मिल दूसरी वर्ष चलने को तैयार है लेकिन किसानों का करोडो  रुपए का भुगतान नहीं हो पा रहा है।  किसानों ने कहा है कि मिल में इस वर्ष की चीनी रखने के लिए कोई गोदाम खाली नहीं है ,मिल द्वारा  चीनी पर करोड़ों रुपए का लोन ले रखा है तथा सभी चीनी बैंकों के पास गिरवी रखी हुई है।  

किसानों ने कहा है कि मिल पहले पुरानी चीनी को बेचकर किसानों का भुगतान करें उसके बाद मिल चलाने के बारे में सोचें ,वही किसानों ने कहा है कि मोरना मिल में गन्ना डालने वाले किसानों का मोरना मिल प्रशासन अन्य चीनी मिलों में गन्ना भेजने का प्रबंध कराएं जिससे उनका गन्ना समय से कट सके तथा अगली फसल की बुवाई समय से की जा सके। किसानों ने बताया कि मोरना चीनी मिल द्वारा प्रत्येक वर्ष बैंकों से लोन लेकर किसानों का भुगतान किया जाता है, इस वर्ष भी  मिल द्वारा बैंकों से कर्ज लेने की प्रक्रिया चल रही है अगर  मिल की यही स्थिति रही तो आने वाले 2 वर्षों में मिल की संपत्ति बिक जाएगी तथा मोरना क्षेत्र का किसान भुखमरी की कगार पर आ जाएगा।


चीनी पर कर्ज लेकर हो रहा किसानों का भुगतान: मोरना चीनी मिल सहकारी होने के कारण लगातार बैंकों से कर्ज लेकर किसानों का भुगतान करता है बैंक द्वारा मोरना मिल में चीनी को गिरवी रखा जाता है तथा मोरना चीनी मिल बैंकों को भारी मात्रा में ब्याज देता है जिसके चलते मोरना चीनी मिल लगातार कर्जदार होता चला आ रहा है।


मोरना चीनी मिल में रखी चीनी की निकल रही तारीख: मोरना चीनी मिल में पिछले 3 वर्षों की चीनी गोदामों में रखी हुई है गोदामों में रखे चीनी काफी खराब हो चुकी है कुछ चीनी में कीड़े रेंग रहे हैं मिल प्रशासन चीनी बेचकर किसानों का भुगतान करने की बात कर रहा है लेकिन करीब हजारों कुंतल चीनी को इस्तेमाल करने की तारीख निकल चुकी है तथा कुछ चीनी को इस्तेमाल करने की तारीख निकलने वाली है, किसानों का कहना है कि मिल द्वारा इस चीनी को बेचकर किसानों का भुगतान किया जाए लेकिन मिल प्रशासन चीनी बेचने की बजाय उसकी तारीख निकालने में लगा हुआ है।


 मिल बेच रहा एक्सपायर डेट की चीनी पूर्ति अधिकारी मौन: मोरना चीनी मिल में रखी करीब हजारों कुंतल चीनी के इस्तेमाल करने की तारीख निकल चुकी है लेकिन पूर्ति अधिकारी इस ओर कोई ध्यान नहीं दे रहे हैं, चीनी मिल लगातार एक्सपायर चीनी बेच रहा है जिसे खाकर कोई भी बीमार हो सकता है वही चीनी के बोरे पर लिखा हुआ है कि यह चीनी केवल 24 माह इस्तेमाल की जा सकती है उसके बाद यह इस्तेमाल योग्य नहीं रहती लेकिन इसके बावजूद भी पूर्ति अधिकारी अपनी आंखें मूंदे बैठा है अगर इस चीनी को मार्किट में  बेचा जा रहा है तो इससे बीमारी फैलने का खतरा बना हुआ है।


बैंको के ब्याज के चलते एक दिन बिक जाएगी चीनी मिल

: दी गंगा किसान सहकारी चीनी मिल पर बैंकों का करोड़ों रुपए बाकी चल रहा है तथा मोरना चीनी मिल में रखी चीनी बिकने का नाम नहीं ले रही है जिसके चलते मोरना चीनी मिल पर लगातार बैंकों का कर्ज बढ़ता जा रहा है अगर ऐसा ही रहा तो एक दिन  चीनी मिल बिक जाएगा तथा क्षेत्र के किसान भुखमरी की कगार पर आ जाएंगे। 


किसानों का गन्ने का भुगतान न होने पर किसान यूनियन ने दी आंदोलन की चेतावनी: मोरना चीनी मिल पर किसानों का लाखों रुपए का भुगतान बकाया चल रहा है जिस पर किसान यूनियन के कार्यकर्ता लगातार मिल प्रबंधन से मिल रहे हैं तथा मिल प्रबंधक लगातार आश्वासन पर आश्वासन दे रहे हैं जिसके चलते किसान यूनियन के पूर्व जिला महामंत्री योगेश शर्मा, ब्लॉक अध्यक्ष विकास चौधरी, हवा सिंह बिट्टू प्रधान विक्की तोमर, सतबीर, बाबा अमीर सिंह,  उदयवीर सहरावत, प्रवीण कुमार, प्रदीप शर्मा, हबीब गुर्जर, चन्द्रवीर राठी,  परविंद्र बालियान, अफसर अली, विनोद कुमार, आदि दर्जनों कार्यकर्ताओं द्वारा मिल प्रबंधक से मिलकर जल्द से जल्द किसानों का भुगतान करने की बात कही है।  किसान यूनियन के योगेश शर्मा ने कहा है कि मिल किसानों का बकाया भुगतान करें नहीं तो किसान यूनियन किसानों के भुगतान के लिए बड़ा आंदोलन करेगी। मिल प्रबंधक कमल रस्तोगी से इस मामले में बात की गई तो उन्होंने बताया कि चीनी बेचने के लिए लगातार अधिकारियों से बात की जा रही है,चीनी बेचने की बात खरीदारों से हो रही है, जल्द ही चीनी को बेचकर किसानों का भुगतान किया जाएगा , 26 सितंबर को चीनी मिल का शुभारंभ किया जाएगा, जिससे किसानों का गन्ना समय से खेतों से कट सके जिससे गेहूं की फसल को समय के रहते बुवाई हो सके।

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