लखनऊ। उत्तर प्रदेश विधानमंडल का मानसून सत्र 17 अगस्त से शुरू होगा और 18 अगस्त को चालू वित्तीय वर्ष का पहला अनुपूरक बजट सदन के पटल पर पेश किया जायेगा।
मानसून सत्र को पांच की बजाय अब चार बैठकों में सीमित कर दिया गया है। पहले अनुपूरक अनुदान 20 को प्रस्तुत किया जाना था लेकिन शनिवार को जारी कार्यक्रम के अनुसार अनुपूरक अनुदान प्रस्ताव 18 को पेश किये जायेंगे। सत्र का समापन 24 अगस्त को तय किया गया है।
संक्षिप्त सत्र के हंगामेदार रहने के आसार है। मुख्य विपक्षी दल समाजवादी पार्टी (सपा) के सदस्य किसानो की समस्या,बेराेजगारी,महंगाई और कानून व्यवस्था समेत अन्य मुद्दों पर सरकार को घेरने की कोशिश कर सकती है। 2022 में होने वाले विधानसभा चुनाव से पहले यह आखिरी सत्र हो सकता है जिसको देखते हुये विकास योजनाओ और अन्य जरूरतों के लिये 15 हजार करोड़ रूपये के अनुपूरक अनुदान के प्रस्ताव पेश किये जा सकते हैं।
गौरतलब है कि इससे पहले 18 फरवरी से शुरू हुआ विधानमंडल के दोनो सदनो का सत्र चार मार्च तक चला था जिसमें 2021-22 का बजट पारित किया गया था जबकि दोनो सदनो का सत्रावसान 30 मार्च को हो गया था।
शनिवार को जारी कार्यक्रम के अनुसार 17 अगस्त को सत्र के पहले दिन दिवंगत सदस्यों को श्रद्धांजलि दी जायेगी और सदन की कार्यवाही पूरे दिन के लिये स्थगित की जायेगी। गौरतलब है कि पिछले सत्र के समाप्त होने के बाद एक राज्यमंत्री समेत छह विधायकों का निधन हो चुका है।
सत्र के दूसरे दिन बुधवार को पहले सत्र में विधाई कार्य निपटाये जायेंगे जबकि दूसरे सत्र में 1220 बजे वित्त मंत्री सुरेश खन्ना अनुपूरक बजट सदन के पटल पर रखेंगे। 19 से 22 अगस्त के बीच सदन की कोई बैठक नहीं होगी जबकि 23 अगस्त को विधायी कार्य निपटेंगे जबकि 24 अगस्त को अनुपूरक बजट पारित किया जायेगा। सत्र के दौरान कम से कम पांच अध्यादेश सदन के पटल पर रखे जायेंगे।