सरकारी विभागों में नौकरी दिलाने के नाम पर ठगी करने वाले चार ठगों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया। इन्होंने छह युवकों को बाकायदा लखनऊ ले जाकर डाकखाने में काम दिलाया और 32 लाख ठग लिए। फर्जी तरीके से नौकरी दिलाने की पोल खुली तो पीड़ितों द्वारा रिपोर्ट दर्ज कराई गई।
एसपी सिटी अर्पित विजय वर्गीय ने थाना सिविल लाइन में पत्रकारों को बताया कि सरकुलर रोड पर अंकुर शर्मा सीएम क्लासेस के नाम से कोचिंग सेंटर चलाता था। सेंटर संचालक के पास इंद्रा नगर लखनऊ निवासी राशिद आकर मिला और उसने युवकों को सिंचाई, डाक, भारतीय खाद्य निगम में नौकरी दिलाने के बारे में बातचीत की। शत प्रतिशत नौकरी दिलाने का आश्वासन दिया, तब छह युवकों ने राशिद से संपर्क किया। इसके बाद ठगी की गई।
इस तरह की ठगी…
गिरोह का सरगना राशिद है। विश्वास कराने के लिए ठग गिरोह ने सभी युवकों से रकम लेने के बाद फर्जी नियुक्ति पत्र दिया। उन्हें लखनऊ हजरतगंज डाकखाने में ले गए। वहां सभी को नौकरी पर रखवा दिया। यह संविदा की एक माह की नौकरी थी।
समय समाप्त होने पर पता चला तो ठगी की पोल खुल गई। राशिद युवकों को फंसाता था। रोहित फर्जी कागजात बनाता था। लक्खी और अंकित ने ट्रेनिंग के नाम पर युवकों को एक माह की संविदा की नौकरी पर हजरतगंज डाकखाने में रखवा दिया। पीड़ित युवकों के खाते में बतौर वेतन कुछ रकम भी डाली। यह गिरोह मेरठ, मुजफ्फरनगर, अलीगढ़, आगरा, मैनपुरी, एटा आदि क्षेत्रों में सक्रिय था।
इनसे की धोखाधड़ी
-तन्मय पंवार, निवासी नंगला खेपड़, थाना मीरापुर से 5.40 लाख रुपये वसूले
-हितेश कुमार, निवासी हाशमपुर, थाना रामराज से साढ़े छह लाख रुपये
-हिमांशु तोमर, निवासी हाशमपुर, थाना रामराज से साढ़े चार लाख रुपये
-अनिल कुमार, निवासी खलवाडा, खतौली से साढ़े चार लाख रुपये
-अकुंश, निवासी गगौल, परतापुर से छह लाख
-शिवम गर्ग, निवासी वकील रोड, नई मंडी मुजफ्फरनगर से सात लाख रुपये
ये हुए गिरफ्तार
-मोहम्मद राशिद पुत्र मोहम्मद नत्थू, निवासी इंद्रानगर लखनऊ।
-रोहित पुत्र राजकुमार, निवासी मछली फाटक कालोनी, ठाकुरगंज लखनऊ।
-लक्खी पांडेय पुत्र आनंद पांडेय, निवासी टूडा कॉलोनी, तेज बाग, थाना पीजीआई लखनऊ।
-अंकित वर्मा पुत्र संतराम वर्मा, निवासी ग्राम करपिया, थाना मंसूरी, बाराबंकी।