मुजफ्फरनगर मेडिकल कॉलेज में लिंग परिवर्तन के मामले में पीड़ित की हालत बिगड़ गई। जिला अस्पताल से मेरठ मेडिकल कॉलेज के लिए रेफर किया गया है। पीड़िता के पिता ने बताया कि पुलिस ने अभी तक फरार आरोपियों को नहीं पकड़ा है।
मुजफ्फरनगर मेडिकल कॉलेज से छुट्टी के बाद पीड़ित को उसके परिजनों ने जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया था। बुधवार को यहां पीड़ित की हालत बिगड़ने पर डॉक्टरों ने मेरठ के लिए रेफर कर दिया। पीड़ित के पिता ने बताया कि लगातार घाव बढ़ रहे हैं। ब्लीडिंग नहीं रुक रही है, जिससे पीड़ित की हालत गंभीर है।
डॉक्टरों ने उसे मेरठ रेफर कर दिया है। उन्होंने पुलिस-प्रशासन से फरार आरोपियों की गिरफ्तारी की मांग रखी। आरोप लगाया कि पुलिस अभी तक दो आरोपियों की पहचान भी नहीं कर सकी है जबकि डॉक्टर के खिलाफ भी मुकदमा दर्ज है।इससे पहले मंगलवार को पीड़ित के पिता ने सीएमएस और अन्य अधिकारियों से शिकायत की थी। उन्होंने बताया कि इमरजेंसी में बेटे का इलाज चल रहा है। इस दौरान एक स्वाथ्स्यकर्मी ने उनसे आधार कार्ड और अन्य प्रमाण पत्र मांगे, जो उन्होंने दे दिए। बाद में पता चला कि जिसे प्रमाण पत्र दिए, वह मेडिकल कॉलेज का ही प्रशिक्षु है।
आरोप लगाया कि उसके प्रमाणपत्रों का दुरुपयोग किया जा सकता है। जिन लोगों ने उसके बच्चे के साथ ऐसा किया है, उन्हें कड़ी से कड़ी सजा मिलनी चाहिए। पीड़ित पक्ष का कहना है कि उसके पिता का नाम भी गलत दर्शाया गया है।
ये है पूरा मामला
गांव सांझक निवासी पीड़ित युवक ने पुलिस को बताया कि भोपा रोड स्थित पेपर मिल में तीन साल पहले काम करने के लिए गया था। यहां पर उसकी दोस्ती सोरम गांव निवासी फोरमैन ओमप्रकाश से हुई। आरोपी ने उसे अपने कमरे पर बुलाकर कुकर्म किया। तंत्र-मंत्र की क्रिया भी की।
आरोपी ने अस्पताल लेकर धोखे से कराया लिंग परिवर्तन
इसके बाद आरोपी उसे बहला फुसलाकर चार जून को दो अज्ञात लोगों के साथ मिलकर मारपीट करते हुए मुजफ्फरनगर मेडिकल कॉलेज ले गया जहां बाथरूम में ले जाकर कुकर्म किया। आरोप है कि डॉक्टर रजा से मिलकर छह जून को उसका प्राइवेट पार्ट कटवा दिया।
यह भी आरोप है अस्पताल में जब उसे होश आया तो डॉक्टर ने उसे कहा कि तुम्हें लड़के से लड़की बना दिया है। इसके बाद युवक ने परिजनों को इसकी जानकारी दी। हालांकि पुलिस इस मामले में आरोपी ओमप्रकाश को जेल भेज चुकी है।