नीतीश कुमार के बिना आरसीपी सिंह कुछ नहीं है: अशोक चौधरी

जदयू नेता आरसीपी सिंह अब सियासी वनवास में हैं। कभी आरसीपी सिंह को बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का बेहद करीबी कहा जाता था। लेकिन हाल के वर्षों में दोनों नेताओं के बीच दूरियां देखने को मिली। यही कारण रहा कि जदयू की ओर से आरसीपी सिंह को इस बार राज्यसभा नहीं भेजा गया। जिसकी वजह से आरसीपी सिंह को मोदी मंत्रिमंडल से इस्तीफा देना पड़ा। अब आरसीपी सिंह को लेकर बिहार के भवन निर्माण मंत्री अशोक चौधरी ने बड़ा बयान दिया है। अशोक चौधरी ने साफ तौर पर कह दिया है कि नीतीश कुमार के बिना आरसीपी सिंह कुछ नहीं है। इतना ही नहीं, आरसीपी सिंह पर तीखा हमला जारी रखते हुए अशोक चौधरी ने कहा कि उनके कहने पर 5 से 10 हजार लोग भी कट्ठा नहीं होने वाले हैं। 

दरअसल, हाल में ही आरसीपी सिंह ने खुद को जमीनी स्तर का कार्यकर्ता बताया था जिसके बाद अशोक चौधरी का यह बयान सामने आया है। आरसीपी सिंह पर आरोप लगाते हुए अशोक चौधरी ने साफ तौर पर कहा कि पार्टी के कार्यकर्ता के रूप में कोई भूमिका अदा नहीं की है। उन्होंने कहा कि आरसीपी सिंह केवल बोलने के लिए ही बोलते हैं। यह ऐसा पहला मौका है जब नीतीश खेमे से आरसीपी सिंह पर बड़ा हमला बोला गया है। अशोक चौधरी ने यह भी कहा कि आरसीपी सिंह किस पार्टी के कार्यकर्ता थे? वह बोलने के लिए कुछ भी बोल देते हैं। इसके साथ ही उन्होंने दावा किया कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की कृपा से आरसीपी सिंह को केंद्र में मंत्री पद मिला। 

आपको बता दें कि आरसीपी सिंह ने यह भी कहा था कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की बदौलत वह केंद्र में मंत्री बने हैं। अशोक चौधरी ने यह भी कह दिया है कि जदयू में नीतीश कुमार के अलावा कोई नेता नहीं है। नीतीश कुमार जदयू के सर्वमान्य नेता हैं। जिस पर नीतीश कुमार का आशीर्वाद रहता है वह फलता फूलता है और जिससे आशीर्वाद हट जाता है वह जमीन पर आ जाता है। उन्होंने साफ तौर पर कहा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की कृपा से आरसीपी सिंह दो बार राज्यसभा भेजे गए। हालांकि अशोक चौधरी ने यह भी कह दिया कि आरसीपी सिंह जैसी भूमिका चाहेंगे वैसे ही भूमिका पार्टी में उनको दी जाएगी। जदयू में कोई गुटबाजी नहीं है। 

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