शामली के कैराना में कोतवाली के मालखाने में जमा करीब 578 से अधिक शराब की पेटियां गायब हो गई। इस मामले में जांच के बाद एसपी के आदेश पर महिला मुख्य आरक्षी के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया गया है। मुख्य आरक्षी पर मालखाने के चार्ज के हस्तांतरण के दौरान मुकदमे से संबधित माल नहीं देने व माल के मालखाने में नहीं मिलने का आरोप है।
ऐसे हुआ खुलासा
एसपी के आदेश पर कैराना कोतवाली में मुकदमा दर्ज हुआ है। महिला मुख्य आरक्षी तरेश शर्मा जनवरी 2019 से सितंबर 2019 तक कैराना कोतवाली पर तैनात थी। कोतवाली में प्रधान लेखक नियुक्त न होने के कारण तरेश शर्मा को विभिन्न मामलों का चार्ज दिया गया। कुछ दिन बाद मुख्य आरक्षी का स्थानांतरण पुलिस लाइन शामली हो गया था। देवेंद्र कुमार प्रधान लेखक नियुक्त हुए थे। तरेश शर्मा ने चार्ज प्रधान लेखक देवेंद्र कुमार को हस्तांतरित किया था। आरोप है कि चार्ज हस्तांतरण के दौरान 12 मुकदमों से संबंधित माल का चार्ज मुख्य आरक्षी तरेश शर्मा ने प्रधान लेखक को नहीं दिया। इसमें 578 से अधिक देसी व अंग्रेजी शराब की पेटियों के अलावा रेक्टीफाइड भी शामिल हैं।
रिपोर्ट में बताया गया है कि यह माल मालाखाने से गायब मिला। इस मामले की जांच तत्कालीन सीओ सिटी शामली प्रदीप सिंह ने की थी। नौ बिंदुओं पर जांच अधिकारी ने आख्या एसपी को सौंपी थी। जांच में दोषी पाए जाने पर एसपी सुकीर्ति माधव ने महिला मुख्य आरक्षी तरेश शर्मा के खिलाफ मुकदमा दर्ज करने के आदेश दिए थे। कोतवाली प्रभारी ने बताया कि मुकदमा दर्ज कर लिया गया है।