नई दिल्ली। भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) में बड़े बदलाव की तैयारी है। शनिवार को बोर्ड के वरिष्ठ प्रशासकों और फैसले लेने वाले पदाधिकारियों की एक अहम बैठक हुई, जिसमें 28 सितंबर को होने वाली वार्षिक आम बैठक (एजीएम) से पहले खाली पड़े पदों के लिए नामों पर सहमति बनाई गई।
सूत्रों के मुताबिक, जिन संभावित उम्मीदवारों के नाम पर विचार चल रहा था, उन्हें बैठक में बुलाकर चर्चा की गई। जम्मू-कश्मीर के पूर्व क्रिकेटर मिथुन मन्हास को नया अध्यक्ष बनाने पर सहमति बनी है। वहीं, राजीव शुक्ला उपाध्यक्ष पद पर बने रहेंगे।
नए पदाधिकारी और नियुक्तियां
कर्नाटक राज्य क्रिकेट संघ के अध्यक्ष रघुराम भट्ट कोषाध्यक्ष बनाए जा सकते हैं। उनका केएससीए अध्यक्ष का कार्यकाल इसी महीने समाप्त हो रहा है। सचिव पद पर देवजीत सैकिया की मौजूदगी बरकरार रहेगी, जबकि प्रभतेज भाटिया संयुक्त सचिव बन सकते हैं। आईपीएल चेयरमैन के तौर पर अरुण सिंह धूमल की दोबारा नियुक्ति लगभग तय मानी जा रही है।
बैठक में पंजाब क्रिकेट संघ की ओर से प्रतिनिधि के तौर पर भेजे गए पूर्व स्पिनर हरभजन सिंह मौजूद नहीं थे। बताया जा रहा है कि सत्तारूढ़ भाजपा भी चाहती है कि बोर्ड के अहम पदों पर खिलाड़ियों को पर्याप्त प्रतिनिधित्व मिले, हालांकि राजनीतिक दखल सीमित ही है।
चयन समिति में बदलाव
बीसीसीआई ने चयन समितियों में भी फेरबदल करने का निर्णय लिया है। पूर्व स्पिनर प्रज्ञान ओझा राष्ट्रीय चयन समिति में एस शरत की जगह लेंगे, जबकि शरत को जूनियर चयन समिति का नया प्रमुख बनाया जाएगा। इस बदलाव के बाद वह वीएस तिलक नायडू की जगह लेंगे। इसी तरह, पूर्व तेज गेंदबाज आरपी सिंह को राष्ट्रीय चयन समिति में शामिल किया जाएगा, जो सुब्रतो बनर्जी का स्थान लेंगे।
नई समितियां और पदाधिकारी 28 सितंबर को एजीएम के बाद औपचारिक रूप से कार्यभार संभालेंगे।
संभावित नए पदाधिकारी इस प्रकार होंगे:
- अध्यक्ष: मिथुन मन्हास
- उपाध्यक्ष: राजीव शुक्ला
- कोषाध्यक्ष: रघुराम भट्ट
- सचिव: देवजीत सैकिया
- संयुक्त सचिव: प्रभतेज भाटिया
- आईपीएल चेयरमैन: अरुण सिंह धूमल