चुनावी रणनीतिकार प्रशांत किशोर के ट्वीट के बाद बिहार राजनीति गरमा गई है. भारतीय जनता पार्टी ने उन्हें पावर ब्रोकर कहा है तो जनता दल यूनाइडेट ने भी प्रशांत किशोर पर तंज कसा है. दरअसल, प्रशांत किशोर ने ट्वीट कर कहा है कि अब मुद्दों और ‘जन सुराज’ के मार्ग को बेहतर ढंग से समझने के लिए रियल मास्टर्स यानी जनता तक जाने का समय आ गया है.
प्रशांत किशोर ने ट्वीट किया, लोकतंत्र में एक सार्थक भागीदार बनने और जन-समर्थक नीति को आकार देने में मदद करने की मेरी उतार चढ़ाव भरी यात्रा रही है. उन्होंने आगे लिखा, ”अब मुद्दों और जन सुराज के मार्ग को बेहतर ढंग से समझने के लिए ‘रियल मास्टर’ यानी जनता के पास जाने का समय आ गया है. शुरुआत बिहार से.”
पीके के ट्वीट के बाद ये कयास लगाए जाने लगे हैं कि वे नई पार्टी बना सकते हैं. हालांकि, कांग्रेस में शामिल होने से इनकार के बाद से ही नई पार्टी के गठन की चर्चाएं तेज हो गई थीं. लेकिन अब पीके के ट्वीट ने इन कयासों को और हवा दे दी है. प्रशांत किशोर के ट्वीट के बाद बीजेपी ने उन पर बड़ा हमला बोला है. भाजपा नेता निखिल आनंद ने कहा कि प्रशांत किशोर पावर ब्रोकर है और राजनीतिक दलों के लिए सक्रिय रहे हैं. कई राजनीतिक दलों के लिए वह सोशल मीडिया चलाते रहे हैं. लोकतंत्र में सभी को सूचित कर अपना राजनीतिक दल चलाने के लिए प्रशांत किशोर की भूमिका बिहार में केवल वोट कटवा की रहेगी.