भास्कर ने 15 मई से लगातार कई ख़बरों में बताया था कि बिहार के 3 जिलों के 138 घाटों पर बालू माफियाओं का राज है।
बिहार में अवैध बालू खनन मामले को लेकर मंगलवार को बड़ी कार्रवाई हुई है। सरकार ने भोजपुर और औरंगाबाद जिलों के तत्कालीन पुलिस अधीक्षकों को सस्पेंड कर दिया है। पहले इन्हें ट्रांसफर कर मुख्यालय बुलाया गया था। गृह विभाग ने भोजपुर के तत्कालीन SP राकेश दुबे और औरंगाबाद के तत्कालीन SP सुधीर कुमार पोरिका को सस्पेंड करने का नोटिफिकेशन जारी कर दिया है। इस मामले में आज चार DSP, तीन अंचलाधिकारी और एक मोटर वाहन निरीक्षक को भी सस्पेंड किया गया है। सस्पेंशन अवधि में इनका मुख्यालय आईजी कार्यालय, पटना होगा।
तीन जगहों के CO सस्पेंड
सरकार ने तीन जिलों के प्रमुख स्थानों पर पदस्थापित अंचल अधिकारियों को निलंबित कर दिया है। इनमें पटना के पालीगंज, भोजपुर के कोईलवर और औरंगाबाद के बारुण के अंचलाधिकारी शामिल हैं। इन सभी पर अवैध तौर पर जारी बालू खनन में संलिप्त रहने के आरोप लगे हैं।
सरकार के राजस्व एवं भूमि सुधार विभाग ने इसका नोटिफिकेशन जारी कर दिया है। पालीगंज के CO राकेश कुमार, बारुण के बसंत राय और कोईलवर के अनुज कुमार को सस्पेंड किया गया है। सस्पेंशन अवधि में इनका मुख्यालय पटना प्रमंडल का आयुक्त कार्यालय होगा।
आज ही विधानसभा में उठा था मसला
आज बालू मामले पर विधानसभा में भी जमकर हंगामा हुआ था। कई विधायकों ने अवैध बालू खनन और भंडारण को लेकर सवाल उठाए थे। इसके बाद शाम होते-होते यह बड़ी कार्रवाई हो गई है।