बिहार के बक्सर से यह दिल दहला देने वाली बड़ी खबर है। डिप्रेशन में चल रही एक मां ने अपने तीन साल के पुत्र को गंगा पुल से नदी में फेंक दिया। इसके बाद वह सात साल की बेटी को फेंकने के बाद खुद भी सुसाइड करने की कोशिश करने जा रही थी कि बगल से गुजर रहे लोगों की नजर उसपर पड़ गई। लाेगाें ने उसकी बेटी तथा उसे बचा लिया। पुलिस उसे हिरासत में लेकर पूछताछ कर रही है।
मिली जानकारी के अनुसार बक्सर के मुरार थाना क्षेत्र के बंजरिया गांव निवासी वकील यादव की पत्नी शीला देवी घरवालों से इलाज कराने को कहकर तीन साल के बेटे व सात साल की बेटी शिखा के साथ निकली थी। वह बच्चों के साथ बक्सर गोलंबर पर उतर गई और पैदल ही वीर कुंवर सिंह सेतु पर पहुंच गई। महिला को देख जब तक राहगीर कुछ समझ पाते, तब तक उसने बेटे को गंगा नदी में पुल से नीचे फेंक दिया। बेटी को फेंकने का प्रयास ही कर रही थी कि लोगों ने उससे बच्ची को छुड़ाया और पुलिस को सौंप दिया।
पकड़े जाने के बाद देर तक महिला गंगा में कूदने के लिए चिल्लाती रही। सूचना मिलते ही महिला के स्वजन पहुंचे और नाविकों के प्रयास से बच्चे को नदी में ढूंढने की कोशिश की पर वह नहीं मिला। महिला के ससुर रमेश यादव ने बताया कि उसके पति वकील यादव कोलकाता में ड्राइवर हैं। फिलहाल परिवार में कोई तनाव भी नहीं है।