दीपोत्सव पर बुधवार को तीन लाख दीयों से यमुना जगमग होगी। ड्रोन और लेजर शो भी इसकी खूबसूरती को बढ़ाएंगे। साथ में राम दरबार का मंचन भी किया जाएगा। यमुना नदी के वसुदेव घाट पर बनारस और अयोध्या की तरह दीपोत्सव मनाने की तैयारी पूरी कर ली गई है। डीडीए और सामाजिक संस्था बड़ी पंचायत वैश्य बीसे अग्रवाल ने मिलकर इसका आयोजन किया है। इतनी बड़ी संख्या में दीपों का इंतजाम उत्तर प्रदेश के कई शहरों के अलावा दिल्ली से की है। कार्यक्रम में उपराज्यपाल वीके सक्सेना यमुना की आरती भी करेंगे।
डीडीए और संस्था ने इस साल देेव दिवाली और गुरु पर्व से पहले यमुना नदी के तट पर स्थित वसुदेव घाट को रोशनी से सराबोर करने का निर्णय लिया है। इस उत्सव को सफल बनाने के लिए कई स्वयंसेवी संस्थाएं आगे आईं हैं। वहीं स्थानीय निवासियों के साथ-साथ विभिन्न स्कूलों और कॉलेजों के छात्रों ने भी इस कार्य में अपनी भागीदारी सुनिश्चित की है, जिससे यह एक सामाजिक और सांस्कृतिक आंदोलन का रूप ले रहा है।
लेजर शो का अद्भुत दृश्य देखने को मिलेगा
दीपों के अलावा इस दीपोत्सव को और भी आकर्षक बनाने के लिए ड्रोन और लेजर शो का आयोजन किया जाएगा। आधुनिक तकनीक के इस उपयोग से यमुना के तट पर अद्भुत दृश्य देखने को मिलेगा। संस्था के महासचिव सुमन गुप्ता के अनुसार, ड्रोन शो में भारतीय सांस्कृतिक और ऐतिहासिक परंपराओं को दर्शाने वाली झांकियां और दृश्य दिखाए जाएंगे, जो दीपोत्सव के इस माहौल को और भी खास बना देंगे। लेजर शो के माध्यम से रंग-बिरंगी रोशनी के खूबसूरत पैटर्न यमुना के पानी पर बिखेरेंगे, जिससे यह घाट सचमुच जगमगा उठेगा।
राम दरबार का मंचन होगा
इस आयोजन का एक और मुख्य आकर्षण राम दरबार का मंचन होगा। धार्मिक और सांस्कृतिक परंपराओं से जुड़ा यह मंचन रामायण की कहानी को जीवंत रूप से प्रस्तुत करेगा, जिसमें भगवान राम, सीता, लक्ष्मण और हनुमान के पौराणिक चरित्रों को निभाने वाले कलाकार शामिल होंगे। यह मंचन दर्शकों को प्राचीन कथाओं से जोड़ने और धार्मिक मान्यताओं को पुनः जीवंत करने का एक प्रयास है। राम दरबार की प्रस्तुति के माध्यम से उपस्थित जनसमुदाय को पौराणिक कथाओं और मूल्यों से अवगत कराया जाएगा।
उपराज्यपाल वीके सक्सेना कार्यक्रम में शामिल होंगे
कार्यक्रम में उपराज्यपाल वीके सक्सेना की भी विशेष उपस्थिति रहेगी। वे यमुना की आरती करेंगे और आधिकारिक रूप से दीपोत्सव का उद्घाटन करेंगे। उनकी उपस्थिति से इस आयोजन को और भी महत्वपूर्ण बनाने का प्रयास किया जा रहा है। उपराज्यपाल के माध्यम से इस संदेश को व्यापक जनसमूह तक पहुंचाने का प्रयास होगा कि यमुना नदी का संरक्षण और संवर्धन दिल्ली के नागरिकों की जिम्मेदारी है।
जागरूकता फैलाने का भी एक माध्यम बनेगा
सुमन गुप्ता का कहना है कि वसुदेव घाट पर आयोजित यह दीपोत्सव केवल एक धार्मिक आयोजन न होकर यमुना नदी के संरक्षण के प्रति जागरूकता फैलाने का भी एक माध्यम बनेगा। दिल्लीवासियों के लिए यह एक अवसर है कि वे अपने शहर की पवित्र नदी के महत्व को समझें और उसकी स्वच्छता व स्वास्थ्य को बनाए रखने के प्रयास में शामिल हों। इस प्रकार का आयोजन दिल्ली की सांस्कृतिक धरोहर को समृद्ध करेगा और विभिन्न समाजों व धार्मिक विश्वासों को एकजुट करने का भी कार्य करेगा।