दिल्ली में सोमवार को कोरोना वायरस के 4001 संक्रमितों की पुष्टि हुई है। जबकि 42 लोगों की मौत हो गई है। राजधानी में सोमवार को 36665 कोरोना जांच की गई है। इसमें 11137 आरटी-पीसीआर जांच और 25528 रैपिड एंटीजन जांच शामिल हैं। दिल्ली में अब तक कुल 47,61,983 कोरोना जांच की गई हैं।
राजधानी में सोमवार को कुल 4824 लोग स्वस्थ हुए हैं। दिल्ली में अभी पॉजिटिविटी रेट 8.32 प्रतिशत है। जबकि मृत्यु दर 1.67 प्रतिशत है। पिछले 10 दिनों में मृत्यु दर 0.87 प्रतिशत दर्ज किया गया है। राजधानी में अभी कुल 3416 कंटेनमेंट जोन हैं। दिल्ली में अभी कुल 21364 मरीज होम आइसोलेशन में हैं।
दिल्ली में अब तक कुल 3,96,371 संक्रमितों की पुष्टि हुई है। इसमें से 3,56,459 लोग स्वस्थ हो चुके हैं। जबकि कोरोना वायरस से अब तक कुल 6604 मरीजों की मौत हुई है। राजधानी में अभी कुल 33308 सक्रिय मरीज हैं।
निजी अस्पतालों में वेंटिलेटर से लैस आईसीयू बेड भरे
दिल्ली में बीते कुछ दिनों में कोरोना वायरस के मामलों के बढ़ने के बाद, राजधानी के अधिकतर निजी अस्पतालों में वेंटिलेटर से लैस ज्यादातर आईसीयू बेड भर गए हैं। दिल्ली सरकार के ऑनलाइन कोरोना डैशबोर्ड के मुताबिक सोमवार शाम 5.20 बजे तक वेंटिलेटर से लैस 1244 आईसीयू बेडों में से सिर्फ 394 खाली हैं।
साकेत के मैक्स अस्पताल में (वेंटिलेटर से लैस 51 कुल आईसीयू बेड), शालीमार बाग के मैक्स अस्पताल (15), वसंत कुंज में फोर्टिस अस्पताल (सात), अपोलो अस्पताल, बीएलके अस्पताल (सात) में एक भी खाली बेड नहीं है। डैशबोर्ड के मुताबिक, दिल्ली सरकार के एलएनजेपी अस्पताल में वेंटिलेटर से लैस 200 आईसीयू बेड में से सिर्फ आठ खाली हैं। इस अस्पताल में सिर्फ कोविड-19 के मरीजों को भर्ती किया जाता है।
अन्य कोविड विशिष्ट अस्पताल राजीव गांधी सुपरस्पेशिलिटी हॉस्पिटल में शाम 5.20 बजे तक 200 में से 196 बेड खाली थे। आंकड़ों के मुताबिक, सफदरजंग अस्पताल में वेंटिलेटर से लैस 54 आईसीयू बेड में से एक, एम्स ट्रॉमा सेंटर में 50 में से पांच, राम मनोहर लोहिया में 28 में से छह बेड खाली हैं।