दिल्ली एमसीडी चुनाव: भाजपा में टिकट बंटवारे पर रार के बाद सांसद-विधायक तलब

एमसीडी चुनाव के लिए टिकट वितरण के बाद दिल्ली भाजपा की कलह सतह पर आ गई है। प्रत्याशियों की पहली सूची जारी होने के बाद रविवार को विरोध-प्रदर्शन शुरू हो गया। इतना ही नहीं भ्रष्टाचारियों को प्रत्याशी बनाना, महिलाओं को ज्यादा तरजीह देना, नए लोगों को पार्टी में शामिल कराने के तुरंत बाद प्रत्याशी बना देना समेत कई आरोप लगने शुरू हो गए हैं। नाराज नेताओं ने कच्चे चिट्ठे के साथ इसकी शिकायत भाजपा आलाकमान से भी की है। इसके बाद सभी प्रत्याशियों का पार्टी सिंबल (एबी फार्म) रोक दिया गया।

टिकट बंटवारे पर शुरू हुए रार को लेकर आलाकमान भी हरकत में आ गया। रविवार देर शाम भाजपा सांसदों व विधायकों को तलब कर लिया गया। नाराज कार्यकर्ता सोशल मीडिया पर भी विरोध जताते हुए कह रहे हैं कि भाजपा अपने मूल सिद्धांत से हट गई है और महिला सीट पर कार्यकर्ताओं को दरकिनार कर पार्षद अपनी पत्नियों को टिकट दिलाने में कामयाब हो गए हैं। पूर्वांचल बहुल सीट मटियाला में पूर्वांचलियों की नाराजगी यह है कि स्थानीय व्यक्ति को प्रत्याशी नहीं बनाया गया है। कई मंडल ने टिकट बंटवारे को लेकर अपना इस्तीफा भी भेज दिया है।

रविवार को प्रदेश कार्यालय में असंतुष्ट कार्यकर्ताओं ने प्रदेश नेतृत्व के खिलाफ दिनभर नारेबाजी की। यहां तक कि पार्टी के अध्यक्ष समेत अन्य पदाधिकारियों की गाड़ी के सामने विरोध-प्रदर्शन कर टिकट बंटवारे में हेराफेरी करने का आरोप मढ़ा। वार्ड 43 से पूर्व पार्षद की बेटी का टिकट कटने से विरोध दर्ज कराने वाले कार्यकर्ता अध्यक्ष की गाड़ी तक को रोक दिया ।

पिछले दिनों भाजपा सांसदों ने भी प्रत्याशियों के चयन की प्रक्रिया पर बैठक में मुद्दा उठाया था। विवाद होने पर सांसद बैठक से उठकर चले गए थे। इसके बाद शनिवार को 250 वार्ड में से 232 वार्ड के लिए पहली सूची जारी कर दी गई।असंतुष्ट कार्यकर्ताओं की शिकायत जब भाजपा के आलाकमान तक पहुंची तो पहली सूची को रविवार पूरे दिन के लिए रोक दिया गया। प्रदेश नेतृत्व को सख्त हिदायत दी गई कि पार्टी का सिंबल किसी भी प्रत्याशी को नहीं दिया जाए। हालांकि देर शाम से विवादित वार्ड को छोड़ पार्टी सिंबल जारी किया गया। पार्टी के वरिष्ठ नेताओं का कहना है कि राष्ट्रीय अध्यक्ष के हिमाचल प्रदेश में व्यस्त होने की वजह से उनके सूची पर हस्ताक्षर नहीं थे, इसी वजह से पार्टी सिंबल नहीं दे रही थी।

भाजपा के कई मंडल में नाराजगी, इस्तीफा दिया
टिकट की घोषणा के बाद शनिवार रात से लेकर रविवार दिन भर पार्टी के प्रदेश स्तरीय पदाधिकारियों को असंतुष्ट कार्यकर्ताओं के विरोध का सामना करना पड़ा। करीब आधा दर्जन मंडलों में असंतुष्ट पदाधिकारियों ने इस्तीफे की भी पेशकश की। भजनपुरा मंडल के अध्यक्ष राज सिंह रज्जू ने मंडल के अन्य पच्चीस पदाधिकारियों व कार्यकर्ताओं के साथ इस्तीफा दिया। उत्तर पूर्वी दिल्ली के दो अन्य मंडलों के कार्यकर्ताओं ने नाराजगी जताते हुए इस्तीफा देने की घोषणा की। इसके अलावा ललिता पार्क, मंडावली मंडल के पदाधिकारियों ने भी इस्तीफा दे दिया। वहीं कुछ अन्य मंडल के पदाधिकारियों ने प्रदेश भाजपा व संघ समन्वयक दयानंद से मुलाकात की। प्रदेश भाजपा संगठन महामंत्री सिद्धार्थन, प्रदेश अध्यक्ष आदेश गुप्ता सहित कुछ अन्य पर टिकट वितरण में मेहनती कार्यकर्ताओं की अनदेखी करने का आरोप मढ़ा। असंतुष्ट नेताओं का कहना है कि पार्टी पदाधिकारियों ने हाल ही में पार्टी में आम आदमी पार्टी से आने वाले नेताओं तक को टिकट दिया है। पार्टी ने गोविंदपुरी में आप से आए चंद्रप्रकाश को टिकट दिया है, जिन्हें शनिवार को ही टिकट की घोषणा से पहले पार्टी में शामिल किया गया था। भजनपुरा में भी इसी तरह से पार्टी में कुछ समय पहले ही शामिल हुए रामराज को लेकर नाराजगी है। रामराज भी आप से भाजपा में आए थे।

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