दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेसवे ,प्रदूषण नियंत्रण की अनदेखी करने पर एनएचएआई पर लगा 5 लाख का जुर्माना

दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेस-वे पर लालकुआं के पास मिट्टी उड़ने से फैल रहे प्रदूषण पर सुप्रीम कोर्ट द्वारा नामित ईपीसीए के चेयरमैन ने एनएचएआई पर प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड को पांच लाख रुपये जुर्माना लगाने का निर्देश दिया है। 

शनिवार को भूरेलाल ने मेरठ जाते समय कौशांबी से एनएच – 9 की तरफ व्यवस्थाओं का जायजा लिया। उन्होंने सीमांत विहार में जीडीए को वेस्ट और प्लास्टिक कूड़े को साफ करने, बुलंदशहर औद्योगिक क्षेत्र की सर्विस लेन से कचरा हटाकर पौधरोपण करने और एक्सप्रेस-वे पर वाटर गन चालू रखने के निर्देश दिए।


ईपीसीए चेयरमैन भूरेलाल सुबह करीब सात बजे कौशांबी पहुंचे। रोडवेज डिपो का निरीक्षण करने के बाद वह रेडिसन होटल के पीछे सीमांत विहार गए, जहां जीडीए की जमीन पर एक गोदाम में वेस्ट और प्लास्टिक इकट्ठी होने पर उन्होंने नाराजगी जाहिर की। 


इस बीच नगर आयुक्त महेंद्र सिंह तंवर और प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के क्षेत्रीय अधिकारी उत्सव शर्मा व अन्य अधिकारी मौजूद रहे। रोडवेज के पास पड़े कूड़े को तत्काल हटाने के निर्देश नगर आयुक्त को दिए। 

लालकुआं के पास धूल-मिट्टी उड़ता देख वह बिफर गए। उन्होंने प्रदूषण रोकने के लिए इंतजाम न होने पर प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के क्षेत्रीय अधिकारी उत्सव शर्मा को एनएचएआई पर पांच लाख रुपये जुर्माना लगाने, वाटर गन और स्प्रिंकलर का लगातार प्रयोग करने के निर्देश दिए। 

डासना पर स्थित टाटा स्टील के बाहर खड़े बड़े ट्रेलर और ट्रक व उनके प्रवेश के कच्चे रास्ते पर उड़ती धूल के गुब्बार को देखकर नाराजगी जाहिर की। चेयरमैन ने कंपनी के अधिकारियों को उनके समक्ष ट्रैफिक मैनेजमेंट प्लान के साथ प्रस्तुत होने के लिए कहा है।
 
लालकुआं के पास प्रदूषण कंट्रोल करने के लिए ईपीसीए चेयरमैन भूरेलाल ने एनएचएआई पर जुर्माना लगाने के लिए कहा है। डीएम कार्यालय में पत्र भेजकर जुर्माना लगाने की सिफारिश की जाएगी। 

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