दिल्ली-एनसीआर के वाहन चालकों के लिए अच्छी खबर है। दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेसवे को राजधानी में डीएनडी से लिंक करने के लिए तैयार हो रहे कॉरिडोर पर वाहनों की आवाजाही नए साल में शुरू हो जाएगी। दिल्ली में डीएनडी से फरीदाबाद बॉर्डर तक का करीब 12 किमी हिस्सा तैयार है। डीएनडी से जैतपुर के बीच करीब नौ किमी पर 50 फीसदी काम हो गया है।
फिलहाल, डीएनडी व जैतपुर के पास लिंक रोड में प्रवेश व निकासी मार्ग बन रहे हैं। वहीं, इस हिस्से पर करीब सात किमी के एलिवेटेड कॉरिडोर की सर्विस रोड भी तकरीबन तैयार है। एनएचएआई अधिकारियों का कहना है कि प्रोजेक्ट तय समय में पूरा करने की कोशिश है। नए साल में सफर शुरू होने से दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेस तक आवाजाही सिग्नल फ्री हो जाएगी।
दरअसल, दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेसवे अभी सोहना से शुरू हो रहा है। इसे दिल्ली से लिंक करने के लिए राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (एनएचएआई) ने योजना तैयार की थी। इसमें महारानी बाग के पास से डीएनडी फ्लाईवे से सोहना तक करीब 59 किमी लंबा एक्सेस कंट्रोल लिंक तैयार करना था।
इसकी अनुमानित लागत करीब पांच हजार करोड़ रुपये है। पूरा लिंक तीन खंडों में तैयार हो रहा है, जिसमें दो खंड निर्माणाधीन हैं और 26 किमी के फरीदाबाद से सेक्टर-65 तक केएमपी पर वाहन चल रहे हैं। वहीं, जैतपुर से फरीदाबाद के सेक्टर-65 तक के करीब 24 किमी हिस्से का 70 फीसदी फीसदी काम पूरा हो गया है। डीएनडी से जैतपुर के बीच करीब नौ किमी पर 50 फीसदी काम हो गया है। फरीदाबाद सेक्शन दिसंबर और दिल्ली सेक्शन जनवरी-फरवरी में पूरा होने की उम्मीद है।
राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण के अधिकारियों का कहना है कि दिल्ली में हिस्से में एलिवेटेड कॉरिडोर तैयार किया जा रहा है। ढांचागत निर्माण अंतिम चरण में है। कहीं-कहीं पर लांचर नहीं जोड़े गए हैं, इन्हें जोड़ने का काम किया जा रहा है। क्रेश बैरियर और साउंड बैरियर लगा दिया गया है। वहीं, एलिवेटेड कॉरिडोर के नीचे सर्विस रोड बनाने का काम भी शुरू कर दिया गया है। दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेसवे लिंक रोड की शुरुआत महारानी बाग के पास सराय काले खां के समीप हो रही है। ऐसे में यहां पर नोएडा, आश्रम और दिल्ली देहरादून जाने वाले वाहन चालकों के लिए कनेक्टिंग रोड बनाई जाएगी।
एनसीआर की कनेक्टिविटी होगी मजबूत
59 किमी लंबे छह लेन के लिंक एक्सप्रेसवे के पूरी तरह से तैयार होने जाने पर एनसीआर की कनेक्टिविटी मजबूत होगी। दिल्ली, नोएडा और गाजियाबाद के यात्रियों को पलवल, आगरा या दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेसवे तक पहुंचने के लिए भीड़ वाले मथुरा रोड से नहीं गुजरना पड़ेगा। मौजूदा समय में वाहन चालकों को मथुरा रोड पर भारी यातायात दबाव के कारण जाम का सामना करना पड़ता है। यही एकमात्र मार्ग है जिससे फरीदाबाद, मथुरा और पलवल जा सकते हैं। लिंक एक्सप्रेसवे के शुरू होने से वाहन चालकों के पास वैकल्पिक मार्ग होगा।
देहरादून की तरफ जाने वालों को भी फायदा
लिंक एक्सप्रेस वे से एक एलिवेटेड रोड सराय काले खां की तरफ निकली जाएगी। इससे वाहन चालक सीधा इस रोड से दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेसवे से होते हुए अक्षरधाम की तरफ जा सकेंगे। इससे वे दिल्ली-देहरादून एक्सप्रेसवे पर जा सकेंगे।