उपराज्यपाल ने एक बार फिर भाजपा पार्षद सत्या शर्मा को एमसीडी मेयर चुनाव के लिए पीठासीन अधिकारी नियुक्त किया है। यह नियुक्ति मेयर चुनाव प्रक्रिया के संचालन के लिए की गई है। सत्या शर्मा की इस पद पर नियुक्ति उनके प्रशासनिक अनुभव और कार्यकुशलता को ध्यान में रखते हुए की गई है।
सत्या शर्मा को पहले भी दिसंबर 2022 में हुए एमसीडी चुनाव के बाद वर्ष 2023 में पहली बार मेयर चुनाव के लिए पीठासीन अधिकारी बनाया गया था। उस समय उनकी नियुक्ति को लेकर कई विवाद हुए थे और उनके कुछ फैसलों के कारण एमसीडी सदन में भारी हंगामा हुआ था। आम आदमी पार्टी के पार्षदों ने उनके कदमों का विरोध किया था। इस कारण कई बैठकों में मेयर का चुनाव संभव नहीं हो पाया था।
आम आदमी पार्टी ने आरोप लगाया था कि भाजपा की पार्षद होने के नाते सत्या शर्मा ने कुछ ऐसे कदम उठाए, जिनसे भाजपा को फायदा पहुंच सकता था। हालांकि भाजपा ने इन आरोपों को निराधार बताया था।