राजधानी में हवा फिर बेहद खराब श्रेणी में पहुंच गई है। शनिवार को दिल्ली का वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआई) 304 दर्ज किया गया। इस मौसम का यह दूसरा सर्वाधिक प्रदूषित दिन रहा। इससे पहले 22 अक्तूबर को एक्यूआई 313 दर्ज किया गया था। शुक्रवार के मुकाबले 43 सूचकांक अधिक दर्ज किया गया। वहीं, शनिवार को 22 इलाकों में हवा बेहद खराब व 14 इलाकों में खराब श्रेणी में दर्ज की गई। एनसीआर में ग्रेटर नोएडा सबसे अधिक प्रदूषित रहा। विशेषज्ञों के मुताबिक हवा की गति कम होने और पराली का धुआं घुलने से वायु गुणवत्ता खराब हो रही है।
मंगलवार तक बेहद खराब श्रेणी में रहेगी हवा
भारतीय उष्णदेशीय मौसम विज्ञान संस्थान (आईआईटीएम) के मुताबिक, शनिवार को हवा उत्तर-पश्चिम व उत्तर-पूर्वी दिशा की ओर से चली। इस दौरान हवा की गति चार से आठ किलोमीटर प्रतिघंटा रही। रविवार को हवा विभिन्न दिशाओं से चलने का अनुमान है। इस दौरान हवा की गति चार से आठ किलोमीटर प्रतिघंटे से चलेगी। वहीं, सुबह के समय हल्की धुंध छाए रहने की आशंका है। सोमवार को हवा पूर्वी दिशा की ओर से चलेगी। हवा की चाल आठ किलोमीटर प्रतिघंटे रहने का अनुमान है। सफर इंडिया के मुताबिक शनिवार को दिल्ली में पीएम 2.5 की मात्रा लगभग 131 दर्ज की गई, जो खराब श्रेणी में है। वहीं, पीएम 10 की मात्रा करीब 288 दर्ज की गई, जो बेहद खराब स्तर है।
जहांगीरपुरी व वजीरपुर में सबसे अधिक प्रदूषित
केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (सीपीसीबी) के मुताबिक, जहांगीरपुरी व वजीरपुर का एक्यूआई सर्वाधिक दर्ज किया गया। यहां वायु सूचकांक 375 व 372 दर्ज रहा जो बेहद खराब श्रेणी है। वहीं, न्यू मोती बाग में 361, आनंद विहार में 355, मुंडका में 353, बवाना में 350, द्वारका सेक्टर-8 348, नेहरू नगर में 344, शादीपुर में 345, रोहिणी में 329, आरके पुरम में 335 एक्यूआई दर्ज किया गया। पूसा में 266, आईटीओ में 261, नजफगढ़ में 287 समेत 14 इलाकों में हवा खराब रही।
ग्रेटर नोएडा में सबसे प्रदूषित रही हवा
सीपीसीबी के अनुसार दिल्ली-एनसीआर में ग्रेटर नोएडा का सबसे अधिक वायु गुणवत्ता सूचकांक दर्ज किया गया। यहां एक्यूआई 346 रहा, जो बेहद खराब श्रेणी है। फरीदाबाद में 272, गाजियाबाद में 291, नोएडा में 286 व गुरुग्राम में 252 एक्यूआई दर्ज किया गया।