हरियाणा स्टेट विजिलेंस ब्यूरो ने खाद्य एवं औषधि प्रशासन विभाग में कार्यरत एक क्लर्क को 5000 रुपये की रिश्वत लेते रंगे हाथ गिरफ्तार किया है। आरोपी एक व्यक्ति से फूड एंड सेफ्टी लाइसेंस बनाने के लिए रिश्वत की मांग की थी। आरोपी को बीके अस्पताल परिसर से गिरफ्तार किया गया। पकड़े गए आरोपी की मंजीत कुमार के रूप में हुई है।
विजिलेंस टीम के एडिशन एसपी अनिल कुमार ने बताया कि नहरपार ग्रेटर फरीदाबाद निवासी वरूण कुमार नामक व्यक्ति टिफिन का काम शुरू करना चाहता था। इसके लिए फूड एंड सेफ्टी लाइसेंस लेना होता है। वरुण ने जब क्लर्क मंजीत से संपर्क किया तो उसने 5000 रुपए की रिश्वत मांगी। जबकि इसका सरकारी फीस महज 100 रुपए होता है। शिकायतकर्ता ने विजिलेंस ब्यूरो को इस बारे में सूचना दी। शुक्रवार को पूरी प्लानिंग के तहत जब शिकायतकर्ता पैसे लेकर मंजीत के दफ्तर पहुंचा और उसे पैसे दे दिए।
तभी इशारा मिलने पर विजिलेंस की टीम ने आरोपी क्लर्क को रंगेहाथ गिरफ्तार किया। एडिशनल एसपी ने बताया कि आरोपी के खिलाफ भ्रष्टाचार निरोधक अधिनियम के तहत मामला दर्ज कर लिया है।