दिल्ली कूच करते हुए हाईवे जाम करने के एलान के बाद पुलिस ने भाकियू चढ़ूनी के कार्यकर्ताओं को जिला अध्यक्ष के आवास पर नजरबंद कर दिया। उन्होंने एमएसपी पर गारंटी कानून बनाने व स्वामीनाथन आयोग की रिपोर्ट लागू किए जाने की मांग की। इस दौरान उनकी पुलिस से नोकझोंक भी हुई। लेकिन, पुलिस उनकी घेराबंदी किए रही।
चौधरी चरण सिंह नगर मोहल्ला निवासी भाकियू चढ़ूनी गुट के जिला अध्यक्ष नरेश चौधरी ने बृहस्पतिवार की सुबह यह एलान किया कि वह एमएसपी पर गारंटी कानून बनाए जाने व स्वामीनाथन आयोग की रिपोर्ट लागू किए जाने की मांग को लेकर दिल्ली कूच करेंगे या हाईवे पर जाम लगाएंगे।
जिसकी जानकारी लगने पर इंस्पेक्टर क्राइम बालेंद्र सिंह पुलिस के साथ नरेश चौधरी के आवास पर पहुंच गए। उनको घर पर ही नजरबंद कर दिया। कुछ ही देर में संगठन के जिला सचिव रवि चौधरी, तहसील अध्यक्ष संजीव चौधरी, अभिषेक चड्ढा, संदेश चड्ढा, देव चौधरी, हिमांशु, जगदेव सिंह, रविंद्र सिंह, तस्लीम सैफी. नफीस मेवाती, जाकिर, चरण सिंह, सोनू यादव, समरपाल सिंह आदि कार्यकर्ता जिलाध्यक्ष के आवास पर एकत्र हो गए।
पता लगने पर इंस्पेक्टर हरीश वर्धन सिंह पुलिस बल के साथ चौधरी चरण सिंह नगर मोहल्ला पहुंचे। उन्होंने गली के बाहर अपनी जीप खड़ी करा दी। जिससे कोई कार्यकर्ता किसी वाहन से बाहर न जा सके। संगठन से जुड़े किसानों को भी पुलिस ने जिलाध्यक्ष के घर पर नजर बंद कर दिया।
किसानों ने कई बार घर से बाहर निकलने की कोशिश की, लेकिन पुलिस ने उनको बाहर नहीं जाने दिया। गली में बाहर आए तो पुलिस ने उनको रोक लिया। इस दौरान पुलिस की नोकझोंक भी हुई। दोपहर दो बजे तक पुलिस ने किसानों को नजरबंद रखा। सीओ श्वेताभ भास्कर ने बताया कि भाकियू चढ़ूनी गुट के जिलाध्यक्ष नरेश चौधरी के घर पर संगठन से जुड़े किसानों को रोका गया था।