वाराणसी के ज्ञानव्यापी मस्जदि में शिवलिंग मिलने की बात सामने आने के बाद से देश का एकदम माहौल बदल सा गया है. कहीं शिवलिंग मिलने की बात को खारिज किया जा रहा है. तो कहीं पर शिवलिंग मिलने की बात पर कहा जा रहा है कि शिवलिंग का मिलना वहां पर मंदिर होने का पुख्ता सबूत है. फिलहाल शिवलिंग वाली जगह को पूरी तरह से सील कर दिया गया है. पहले मस्जिद के अंदर मात्र 20 लोगों को नमाज पढ़ने की अनुमति थी, जिसे मंगलवार को सुप्रीम कोर्ट ने 20 लोगों की इस लिमिट को समाप्त कर दिया है.
इस खबर में ये है खास-
- प्रोफेसर पर मामला दर्ज
- मोदी सुरक्षा की गुहार
- प्रधानमंत्री से AK-47 मांगा
प्रोफेसर पर मामला दर्ज
ज्ञानव्यापी मस्जिद में शिवलिंग मिलने की घटना सामने आने के बाद दिल्ली के विश्वविद्यालय के प्रोफेसर रतन लाल ने अपने फेसबुक पोस्ट में एक विवादित बयान दिया है. उन्होंने अपने फेसबुक पोस्ट में लिखा कि यदि यह शिव लिंग है तो लगता है शायद शिव जी का भी खतना कर दिया गया था. इसके बाद प्रोफेसर के इस बयान से बवाल मच गया है. ज्ञानसुप्रीम कोर्ट के वकील विनीत जिंदल द्वारा दिल्ली विश्वविद्यालय के प्रोफेसर डॉ रतन लाल के खिलाफ धार्मिक भावनाओं को आहत करने को लेकर दिल्ली पुलिस में शिकायत दर्ज कराई गई है.

मोदी सुरक्षा की गुहार
प्रोफेसर ने मोदी से कहा कि मैं भी आपकी तरह ही भारत को युद्ध नहीं बल्कि बुद्ध के रास्ते पर देखना चाहता हूँ, ले जाना चाहता हूं. माननीय ये तो आप भी स्वीकार करेंगे कि आत्मरक्षा का अधिकार नैसर्गिक है और हमारे देश का कानून भी मुझे यह अधिकार देता है. यदि हमलावर कुछ संख्या में आयें तो लाठी-डंडे की सहायता से इनसे आत्मरक्षा की जा सकती है, लेकिन ये झुण्ड बनाकर आते हैं. अतएव बिना उचित हथियारों के इनसे अपनी रक्षा करना मुश्किल जान पड़ता है. इसलिए जरूरी है कि उचित प्रबंध किया जाए.