जेएनयू के पूर्व कुलपति ने कहा- जीवनभर याद रहेंगे ये साल

जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय (जेएनयू) में कुलपति के तौर पर एम जगदीश कुमार का कार्यकाल 26 जनवरी 2021 को पूरा हो चुका है। वे सोमवार शाम एक कार्यक्रम में विश्वविद्यालय अनुदान आयोग (यूजीसी) के नए चेयरमैन के तौर पर कार्यभार संभालेंगे। इस बीच जगदीश कुमार ने जेएनयू के विद्यार्थियों, शिक्षकों और अन्य स्टाफ के लिए एक भावुक पत्र लिखा है।

इसमें उन्होंने लिखा है, ”जब मैं आईआईटी दिल्ली परिसर में रहता था तब मैं सड़क पार स्थित जेएनयू के बारे में काफी जिज्ञासु था लेकिन मेरे मन में ये विचार कभी नहीं आया था कि एक दिन में इस विश्वविद्यालय का कुलपति बनूंगा। इसके बाद जब मैंने 27 जनवरी 2016 में जेएनयू में प्रवेश किया। तब मैं यहां किसी को नहीं जानता था। लेकिन अब 2022 में मेरी पत्नी और मैं आराम से कह सकते हैं कि जेएनयू में हमें बहुत अच्छे लोग मिले। इस दौरान हमने आपसे और आपके परिजनों के साथ काफी अच्छा समय बिताया।”

उन्होंने कहा कि इस महान विश्वविद्यालय की सेवा करना मेरे लिए बहुत सम्मान की बात थी। जेएनयू में एक समर्पित और सक्षम टीम का साथ मिलने के लिए मैं खुद को बहुत खुशकिस्मत मानता हूं, जो अपनी जिम्मेदारियों का निर्वहन करते हुए अच्छे परिणा देती थी। मैंने हमेशा सभी लोगों- विद्यार्थियों, स्टाफ, फेकल्टी सदस्यों के लिए उपलब्ध रहने की कोशिश की।
इसके साथ ही उन्होंने विद्यार्थियों, स्टाफ और फेकल्टी सदस्यों को उज्ज्वल भविष्य के लिए शुभकामनाएं देता हूं। मैं आपके सहयोग और सहृदयता के लिए हमेशा आप सबका आभारी रहूंगा।
कुलपति के तौर पर प्रो जगदीश कुमार का कार्यकाल उतार-चढ़ाव वाला रहा है। हालांकि, उनके कार्यकाल में जेएनयू में आतंक रोधी पाठ्यक्रम, सीयू सीईटी आधारित प्रवेश प्रक्रिया समेत काफी बदलाव देखने को मिले हैं। प्रो. एम जगदीश कुमार का मुख्य कार्यकाल 26 जनवरी, 2020 को ही समाप्त हो गया था, जिसके बाद उन्हें शिक्षा मंत्रालय द्वारा एक योग्य उम्मीदवार के चुने जाने तक कार्यवाह कुलपति के तौर पर पद पर बने रहने के लिए कहा गया था।  

आईआईटी फैकल्टी से यूजीसी चेयरमैन तक

प्रो एम जगदीश कुमार ने इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग क्षेत्र में काफी काम किया है। उन्होंने इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग विभाग, आईआईटी, मद्रास से एमएस और पीएचडी करने के बाद प्रोफेसर कुमार, आईआईटी खड़गपुर में असिस्टेंट प्रोफेसर और आईआईटी दिल्ली में एसोसिएट प्रोफेसर के रूप में सेवाएं दे चुके हैं। प्रोफेसर जगदीश कुमार को जनवरी 2016 में जेएनयू का कुलपति बनाया गया था। अब 2022 में प्रोफेसर कुमार को विश्वविद्यालय अनुदान आयोग का चेयरमैन नियुक्त कर दिया गया है।

जेएनयू में विवादों से रहा नाता 

कुलपति के तौर पर प्रोफेसर एम जगदीश कुमार का कार्यकाल विवादों से घिरा रहा है। पहला विवाद, उनकी नियुक्ति के ठीक एक हफ्ते बाद ही संसद हमले के दोषी आतंकी अफजल की फांसी के खिलाफ छात्रों के एक समूह की ओर से जेएनयू में कार्यक्रम आयोजित करने को लेकर हुआ था। कई बार समूह विशेष के छात्रों ने कुलपति आवास को प्रदर्शन के नाम पर घेरे रखा और 2019 में जेएनयू के दीक्षांत समारोह में भाग लेने आए तत्कालीन मानव संसाधन विकास मंत्री को छात्रों ने छह घंटे से अधिक समय तक निकलने नहीं दिया था। इस मामले ने भी काफी तूल पकड़ा था।

प्रो डीपी सिंह की सेवानिवृत्ति के बाद से खाली था पद

यूजीसी अध्यक्ष का पद सात दिसंबर, 2020 को प्रोफेसर डीपी सिंह की सेवानिवृत्ति के बाद से खाली ही था। प्रोफेसर डीपी सिंह ने यूजीसी चेयरमैन के तौर पर 2018 में कार्यभार संभाला था।

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