5 राज्यों में पराजय के पश्चात जी- 23 समूह फिर सक्रिय

पांच राज्यों में कांग्रेस की करारी हार के बाद पार्टी में अंतर्कलह तेज हो गई है। बताया जा रहा है कि कांग्रेस की करारी हार के बाद पार्टी का असंतुष्ट खेमा एक बार फिर सक्रिय हो गया है। पार्टी के वरिष्ठ नेता गुलाम नबी आजाद के घर पर पार्टी के वरिष्ठ नेता पहुंचे। इनमें मनीष तिवारी और कपिल सिब्बल भी शामिल हैं।

पांच राज्यों में हुए विधानसभा चुनाव के परिणामों में कांग्रेस का बुरा हाल रहा। उत्तर प्रदेश में प्रियंका गांधी की मेहनत के बाद कांग्रेस के खाते में महज दो सीट आई। पंजाब में भी कांग्रेस को मुंह की खानी पड़ी। कांग्रेस को यहां 18 सीट मिलीं। पार्टी को उत्तराखंड, गोवा और मणिपुर से भी काफी उम्मीदें थीं, लेकिन वहां भी कुछ हाथ नहीं लगा।

इसके बाद से ही पार्टी में अध्यक्ष की नियुक्ति और कांग्रेस कार्यसमिति की बैठक जल्द बुलाने की मांग उठने लगी। मनीष तिवारी और कपिल सिब्बल ने गुलाम नबी आजाद के घर पर बैठक की। दरअसल, ये तीनों नेता उस जी-23 समूह में शामल थे जिन्होंने पार्टी अध्यक्ष सोनिया गांधी को पत्र लिखा था और मांग की थी कि पार्टी को एक स्थाई अध्यक्ष चुन लेना चाहिए।

हालांकि, कांग्रेस अध्यक्ष के लिए पहले भी राहुल गांधी के आवास पर एक बैठक हुई थी। इस बैठक में छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल, राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत, यूपी महासचिव प्रियंका गांधी, संगठन महासचिव केसी वेणुगोपाल शामिल थे। बैठक में कहा गया कि कांग्रेस चुनाव समिति सितंबर 2022 तक अपना अगला अध्यक्ष चुन सकती है।

हम जल्द ही लोगों को विश्वास फिर हासिल करेंगे: खड़गे
इस बीच वरिष्ठ कांग्रेस नेता मल्लिकार्जुन खड़गे ने पांच राज्यों के चुनाव नतीजों को दुर्भाग्यपूर्ण करार दिया। साथ ही कहा कि पार्टी जल्द ही लोगों को विश्वास फिर से जीतेगी। राज्यसभा में विपक्ष के नेता खड़गे ने ट्वीट किया कि 50 साल के राजनीतिक सफर में, मैंने कांग्रेस पार्टी के काफी उतार और चढ़ाव देखे हैं। विधानसभा चुनाव के नतीजे दुर्भाग्यपूर्ण हैं लेकिन हर किसी को याद रखना चाहिए कि हम ही ऐसी पार्टी हैं जो फासीवादी ताकतों से लड़ सकते हैं। हम फिर से लोगों का भरोसा हासिल करेंगे। 

थरूर ने भी किया ट्वीट
कांग्रेस सांसद शशि थरूर ने कहा कि पार्टी हारी है, पराजित नहीं हुई है। उन्होंने चुनावों में बेहतरीन प्रदर्शन के लिए भाजपा को बधाई भी दी। उन्होंने ट्वीट किया कि कांग्रेस अभी भी योग्य विरोधी साबित होगी। जैसा मेरे सहयोगी आलिम जावेरी ने कहा, हम हारे हैं लेकिन पराजित नहीं हुए हैं। हमारा विश्वास, मूल्य और हमारी विरासत की भावना बहुत गहरी है और आगे भी बनी रहेंगी। कांग्रेस नेता अजय कुमार ने कहा कि दुखी हैं लेकिन टूटे नहीं हैं। हिले हैं लेकिन बिखरे नहीं। दिल छोटा न करें, धर्मी अकेले और कठिन लड़ाई लड़ते हैं।

वरिष्ठ नेता ने उठाया सवाल
पंजाब सहित पांच राज्यों में कांग्रेस के खराब प्रदर्शन के बाद पार्टी के वरिष्ठ नेता वी नारायणन ने कहा कि शीर्ष नेतृत्व को एक तरफ हटकर एक नए नेतृत्व के लिए रास्ता बनाना चाहिए। उन्होंने खेद व्यक्त करते हुए कहा कि पार्टी की पंजाब में मौजूदा सरकार आप से हार गई। यह पार्टी के कुप्रबंधन की वजह से ही हुआ। हम पार्टी के कुप्रबंधन के साथ चुनाव में बुरी तरह लड़खड़ा गए हैं। हम मोदी सरकार और उनके झूठ, धन बल और बाहुबल से लड़ रहे हैं।

उद्धव से मिले पवार
इस बीच राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) अध्यक्ष शरद पवार ने शुक्रवार शाम महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे से मुलाकात की। महाराष्ट्र में महा विकास आघाडी की सरकार है, जिसमें शिवसेना, राकांपा और कांग्रेस शामिल हैं। यह बैठक मुख्यमंत्री के आधिकारिक आवास ‘वर्षा’ में हुई। यह मुलाकात भाजपा के उत्तर प्रदेश में शानदार प्रदर्शन और उत्तराखंड, मणिपुर और गोवा में जीत की पृष्ठभूमि में हुई है।

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