पंजाब विधानसभा चुनाव में मिली भारी सफलता से उत्साहित आम आदमी पार्टी (आप) (AAP) ने दक्षिणी राज्यों में पैमाने पर सदस्यता अभियान चलाने का फैसला किया है. पार्टी के वरिष्ठ नेता सोमनाथ भारती ने शुक्रवार को कहा कि आप तेलंगाना, आंध्र प्रदेश, तमिलनाडु, केरल, पुडुचेरी, अंडमान-निकोबार द्वीपसमूह और लक्षद्वीप में सदस्यता अभियान शुरू करेगी.
उन्होंने संवाददाताओं से बातचीत में कहा, ‘‘आप को पंजाब में मिली धमाकेदार जीत के बाद दक्षिणी क्षेत्रों के लोगों ने हमारे दल के प्रति रुचि दिखाई है. हमें दक्षिण भारत से अभूतपूर्व प्रतिक्रिया मिली है. ’’उन्होंने कहा, ‘‘लोगों के रुख को देखते हुए और दक्षिणी राज्यों में हमारी टीम को मिल रही प्रतिक्रिया पर गौर करते हुए हमने पूरे इलाके में सदस्यता अभियान चलाने का फैसला किया है. ’’
चरणबद्ध तरीके से निकाली जाएगी पदयात्रा
भारती ने कहा कि सदस्यता अभियान पार्टी के स्थानीय समूहों द्वारा आगे बढ़ाया जाएगा. उन्होंने कहा, ‘‘मैं लोगों का आह्वान करता हूं कि जो भारतीय राजनीति में बदलाव चाहते हैं, वे आप से जुड़ें और क्रांति का हिस्सा बनें. ’’भारती ने बताया कि पार्टी ने दक्षिणी राज्यों में चरणबद्ध तरीके से पदयात्रा निकालने का भी फैसला किया है. उन्होंने बताया, ‘‘ 14 अप्रैल को बाबा साहेब आम्बेडकर की जयंती पर हमारी पहली पदयात्रा तेलंगाना से शुरू होगी. हम क्षेत्र के प्रत्येक विधानसभा निर्वाचन क्षेत्रों में जाएंगे, हम इलाके के हर घर तक (अरविंद) केजरीवाल की राजनीति, बाबा साहेब और भगत सिंह के विचारों को पहुचाएंगे. ’’भारती ने कहा कि इस दौरान दिल्ली के लोगों के जीवन में आए बदलाव को रेखांकित किया जाएगा. उल्लेखनीय है कि वर्ष 2018 के कर्नाटक और तेलंगाना विधानसभा चुनाव में आप ने दक्षिणी राज्यों में पैठ बनाने की कोशिश की थी लेकिन उसका खाता भी नहीं खुल पाया था.
पंजाब विधानसभा चुनाव 2022 में आम आदमी पार्टी ने ऐतिहासिक जीत हासिल की है. राज्य की 117 सीटों के लिए 20 फरवरी को एक चरण में ही वोटिंग हुई थी. यहां पर मुख्य मुकाबला कांग्रेस और आम आदमी पार्टी के बीच बताई जा रही थी. लेकिन गजब का प्रदर्शन करते हुए आम आदमी पार्टी ने बंपर जीत हासिल कर लिया. CM चरणजीत सिंह चन्नी अपने दोनों ही सीट से चुनाव हार गए हैं जबकि पूर्व मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह पटियाला से चुनाव हार गए. सुरक्षा के भारी इंतजाम के बीच आज मतगणना हुई जिसमें आम आदमी पार्टी ने इतिहास रच दिया. इससे पहले 2017 के विधानसभा चुनाव में पंजाब में 77.36 प्रतिशत मतदान हुआ था जबकि इस चुनाव में 65.32 प्रतिशत मतदान हुआ.