मनु भाकर के पिता बोले- हार जीत खेल का हिस्सा, कोई मलाल नहीं

पेरिस ओलंपिक 2024 में शनिवार को महिलाओं की 25 मीटर पिस्टल स्पर्धा में मनु भाकर को निराशा हाथ लगी। इससे पहले वह ओलंपिक में दो कांस्य पदक जीत चुकी हैं। मनु आठ सीरीज के बाद 28 के स्कोर के साथ चौथे स्थान पर रहीं। यानी 40 में से मनु के 28 शॉट्स ग्रीन हुए। बाकी निशाने पर नहीं लगे। 

25 मीटर पिस्टल स्पर्धा में चौथे स्थान पर रहीं। इस स्पर्धा में कुल 10 सीरीज के शॉट्स लगाए जाने थे। एक सीरीज में कुल पांच शॉट्स थे। तीन सीरीज के बाद एलिमिनेशन का दौर शुरू हुआ था। जैसे ही मनु के चौथे स्थान पर रहने की खबर आई तो परिवार में निराशा छा गई। परिवार मनु से इस बार गोल्ड की उम्मीद लगाए बैठा था।

फरीदाबाद में मनु भाकर के पिता राम किशन सिंह ने कहा कि ये खेल का हिस्सा है। हार जीत होती रहती है। पदक के इतने पास जाकर पदक हासिल न कर पाना काफी दिनों तक मन में रह जाता है। लेकिन मनु के लिए अच्छी बात ये है कि मनु 2 पदक पहले ही जीत चुकी है।

मनु महिलाओं की 10 मीटर एयर पिस्टल स्पर्धा में पदक जीतने वाली पहली भारतीय बनी थीं। साथ ही दूसरा पदक जीतते ही एक ओलंपिक में दो पदक जीतने वाली पहली भारतीय बनी थीं। अब तीन पदक जीतकर उनके पास भारतीय इतिहास की सबसे सफल एथलीट बनने का मौका था। किसी भी भारतीय ने अभी तक दो से ज्यादा पदक नहीं जीते हैं।

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