काबुल के गुरुद्वारे में अल्पसंख्यक सुरक्षित, तालिबान ने दिया सुरक्षा का भरोसा- सिअद नेता मनजिंदर सिंह सिरसा

नई दिल्ली: अफगानिस्तान पर तालिबान आतंकियों के नियंत्रण के बाद वहां पर फंसे हुए भारतीय मूल के लोगों की सुरक्षा को लेकर चिंता जताई जा रही है, इस बीच काबुल के गुरुद्वारों में शरण लिए लोगों को लेकर कुछ राहत भरी खबर आई है। दिल्ली सिख गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी के अध्यक्ष और अकाली नेता मजदिंदर सिंह सिरसा ने कहा है कि वे काबुल गुरुद्वारा कमेटी के लोगों के साथ लगातार संपर्क में हैं और उन्हें बताया गया है कि गुरुद्वारों में शरण लेने के लिए पहुंचे लोगों के साथ तालिबान नेताओं ने बात की है और उन्हें सुरक्षा का भरोसा दिया है। 

बता दें कि अफगानिस्तान के ताजा हालात पर संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद (यूएनएससी) सोमवार को भारत की अध्यक्षता में आपात बैठक करेगी। एक हफ्ते में सुरक्षा परिषद की यह दूसरी बैठक होगी। अफगानिस्तान में लंबे समय से चले आ रहे युद्ध में रविवार को एक महत्वपूर्ण मोड़ आया जब तालिबान के चरमपंथियों ने राजधानी काबुल में प्रवेश कर राष्ट्रपति भवन पर कब्जा कर लिया और राष्ट्रपति अशरफ गनी को देशी-विदेशी नागरिकों के साथ देश छोड़कर जाना पड़ा। 

अगस्त महीने के लिए संरा सुरक्षा परिषद की अध्यक्षता भारत के पास है। इसमें पहले हफ्ते अफगानिस्तान में हालात पर चर्चा हुई थी। अफगानिस्तान सरकार और तालिबान के बीच दोहा में बातचीत में गतिरोध बना हुआ है। अफगानिस्तान में हालात बदतर हो रहे हैं इस बीच संरा महासचिव एंतोनियो गुतारेस ने तालिबान एवं अन्य पक्षकारों से अफगानों की जान बचाने और मानवीय सहायता पहुंचाने के मकसद से तालिबान और अन्य सभी पक्षों से संयम बरतने का आग्रह किया है। गुतारेस सोमवार सुबह अफगानिस्तान पर परिषद की बैठक को संबोधित करेंगे।

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