महिला पहलवान उत्त्पीडन प्रकरण में नहीं मिल रहा है कोई प्रत्यक्षदर्शी

डब्ल्यूएफआई के पूर्व अध्यक्ष व भाजपा सांसद बृजभूषण सिंह शरण के खिलाफ दर्ज यौन उत्पीड़न के मामलों में दिल्ली पुलिस को 50 दिन में एक भी प्रत्यक्षदर्शी यानि सीधा गवाह नहीं मिला है। या यह कहा जा सकता है कि दिल्ली पुलिस के पास एक भी ऐसा गवाह नहीं है जिसने घटना देखी हो।

दिल्ली पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारिक सूत्र ने इस बात की पुष्टि करते हुए बताया कि दिल्ली पुलिस ने चार्जशीट में बृजभूषण के खिलाफ कुल 19 लोगों के बयान दर्ज किए हैं। इनमें से चार लोगों ने कहा है कि उन्हें महिला पहलवानों के साथ यौन उत्पीड़न के बारे में बताया गया, इसलिए उन्हें इन आरोपों का पता है। हालांकि ये चार लोग पीड़ित के सीधे जानकार नहीं हैं।  

एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि 15 लोग पीड़ित महिला पहलवानों के जानकार, परिवार व रिश्तेदार हैं। ये लोग भी घटना के साथ पीड़ितों के साथ नहीं थे। 15 लोगों में छह पीड़ित पहलवान, पहलवानों की चार बहनें, कोच, रेफरी और महावीर अखाड़े के लोग शामिल हैं। 

इन लोगों ने अपने बयान दर्ज कराए हैं। पुलिस ने कुल 150 लोगों के बयान दर्ज किए हैं। इसमें से ज्यादातर ने बृजभूषण के पक्ष में अपने बयान दर्ज कराए हैं। पुलिस अधिकारी ने बताया कि लोगों के बयान व फोटो आदि उपलब्ध साक्ष्यों के आधार पर चार्जशीट दाखिल की गई है। मीडिया रिपोर्ट्स में दावा किया जा रहा है कि चार्जशीट में महिला पहलवानों की यौन उत्पीड़न की छह शिकायतों में कम से कम चार में फोटो सबूत और तीन मामलों में वीडियो सबूत का हवाला दिया गया है। गौरतलब है कि दिल्ली पुलिस ने 15 जून को बृजभूषण शरण के खिलाफ 1500 पन्नों की चार्जशीट दायर की थी।

ओवरसाइट कमेटी की रिपोर्ट को शामिल किया

दिल्ली पुलिस ने डब्ल्यूएफआई के पूर्व अध्यक्ष के खिलाफ अपनी चार्जशीट में खेल मंत्रालय की ओवरसाइट कमेटी रिपोर्ट को भी शामिल किया है। इस कमेटी की रिपोर्ट में बृजभूषण के खिलाफ लगे यौन उत्पीड़न के आरोपों से इंकार किया गया है। हालांकि पीड़ित महिला पहलवानों ने कमेटी की रिपोर्ट पर सवाल उठाए हैं। 

अभी तक नहीं मिली विदेशी संघों की रिपोर्ट

दिल्ली पुलिस ने कजाकिस्तान व इंडोनेशिया समेत पांच देशों के कुश्ती फेडरेशन को पत्र लिखकर घटना के समय की ऑडियो, वीडियो व फोटो उपलब्ध कराने को कहा था। किसी भी देश के कुश्ती फेडरेशन ने शुक्रवार शाम तक जवाब नहीं दिया था।एक अन्य पुलिस अधिकारी ने बताया कि डब्ल्यूएफआई व महिला पहलवानों ने फोटो के प्रिंट आउट पुलिस को उपलब्ध कराए हैं। इनमें ज्यादातर फोटो महिला पहलवानों द्वारा मेडल जीतने के बाद खुशी के पलों की हैं। इन फोटो में आरोपी सांसद ने महिला पहलवानों के कंधों पर हाथ रखा है। पुलिस अधिकारियों का कहना है कि फोटो में आपत्तिजनक जैसी कोई बात सामने नहीं आई है। दिल्ली पुलिस ने इन 50 दिनों में रोहतक, गोंडा, लखनऊ, रांची व बेल्लारी समेत छह जगहों पर जाकर सबूत खंगाले। कनॉट प्लेस थाने में महिला पहलवानों की शिकायत पर बृजभूषण के खिलाफ 28 अप्रैल को दो मामले दर्ज किए थे।  

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