दिल्ली से सटे गुरुग्राम में खुले में नमाज (Gurugram Namaz in Open) का मामला फिर गरमा गया है. इसके चलते आज जुम्मे की नमाज को लेकर गुरुग्राम हाई अलर्ट पर है. 37 जगहों को चिन्हित किया गया है. वहां गुरुग्राम पुलिस और क्यूआरटी की तैनाती की गई है. दरअसल, खुले में नमाज को लेकर हिंदू संगठनों ने विरोध जताया था. इसके बाद पुलिस की तैनाती की गई है.
बता दें कि साल 2018 में भी इसी तरह खुले में नमाज करने का विरोध किया गया था. इसके बाद 37 स्थानों को जिला प्रशासन द्वारा नमाज के लिए चिन्हित किया गया था. अप्रैल 2021 में नमाज के दौरान हंगामा करने पहुंचे दो युवकों को पुलिस ने गिरफ्तार भी किया था. दोनों आरोपियों के खिलाफ सेक्टर 50 थाने में आईपीसी की धारा 153ए, 34 के तहत मामला दर्ज किया गया था. दोनों पर धार्मिक उन्माद फैलाने की कोशिश का आरोप लगा था.
हिंदू संगठनों ने क्यों जताया विरोध
खुले में नमाज का विरोध करते हुए हिंदू संगठनों का कहना है कि जिस सार्वजनिक जगह पर नमाज की जाती है. उसपर बाद में धर्म विशेष के लोग ‘कब्जा’ कर लेते हैं. काफी विवाद के बाद गुरुग्राम पुलिस ने सार्वजनिक स्थानों पर ‘नमाज’ के स्थान तय किए थे. कहा गया था कि ये स्थान हिंदू और मुस्लिम दोनों समुदायों द्वारा आपसी समझ के बाद तय किए गए हैं.