कहते हैं सियासत, संघर्ष और धैर्य का खेल है। लिहाजा इसमें तपकर ही रहनुमाओं को सफलता मिलती है। आज इसी धैर्य का जिक्र राहुल गांधी ने भी किया। इस दौरान राहुल गांधी ने सचिन पायलट का उहाहरण भी दिया। राहुल गांधी ने कांग्रेस मुख्यालय में मौजूद कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं, सांसदों एवं विधायकों को संबोधित करते हुए सचिन पायलट का उदाहरण दिया। राहुल गांधी ने कहा कि मैंने धैर्य करना सीखा है।
राहुल गांधी ने कहा कि ईडी के अधिकारियों ने उनसे पूछा कि आपके अंदर इतना धैर्य कहां से आया। जिसके बाद राहुल गांधी ने इसका जवाब देते हुए कहा कि साल 2004 से कांग्रेस पार्टी में मैं काम कर रहा हूं। कांग्रेस ने मुझे धैर्य सिखाया। सचिन पायलट यहां बैठै हुए हैं। हम सब को धैर्य कांग्रेस पार्टी ने सिखाया है। यहां सब प्यार से बैठे हुए हैं। हमारी पार्टी हमें थकने नहीं देती और हर रोज धैर्य सिखाती है।
राहुल गांधी ने कहा कि जब तीन चार दिन तक सवाल जवाब हुए। तो आखिरी दिन प्रवर्तन निदेशालय के अधिकारियों ने कहा कि राहुल जी आपने इतने धैर्य के साथ सवालों के जवाब दिए। हर सवाल को आपने सुना, आपने जवाब दिया, तो आप इतना धैर्य कहां से लाए। तो राहुल ने कहा कि 2004 से पार्टी के लिए काम कर रहा हूं। धैर्य नहीं आएगा तो क्या आएगा। इस बात को कांग्रेस पार्टी का र नेता समझता है। देखो बैठ हुए हैं सचिन पायलट जी, सब बैठे हुए हैं।