इन शहरों को दहलाने की थी शाहनवाज की साजिश, ठिकाने से विस्फोटक बरामद

दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने एनआईए के मोस्ट वांटेड आईएसआईएस टेरर मॉड्यूल के आतंकी इंजीनियर शाहनवाज उर्फ शैफी उज्जमा समेत तीन को गिरफ्तार किया है। दिल्ली पुलिस के स्पेशल सीपी एचजीएस धालीवाल ने कहा, स्पेशल सेल लंबे समय से इंडियन मुजाहिदीन और ईएसआईएस सरगना पर नजर रख रही है। इसके परिणाम स्वरूप ऐसे कई मॉड्यूल का भंडाफोड़ हुआ है। वहीं एजेंसी को यह भी पता चला कि गिरोह ने कोल्हापुर, सांगली और सतारा में स्थानों का दौरा किया था।

स्पेशल सीपी के मुताबिक, इसी कड़ी में स्पेशल सेल ने पिछले महीने तीन लोगों के खिलाफ इनाम घोषित किया था, जिन पर विभिन्न धमाकों के मामलों में शामिल होने का आरोप था। मुख्य आरोपी शाहनवाज को उसके दो अन्य साथियों के साथ आज सुबह गिरफ्तार किया गया। एक अन्य आरोपी मोहम्मद रिजवान फरार है। उन्हें अदालत में पेश किया गया और सात दिन की पुलिस कस्टडी रिमांड मिली है। जब उनके ठिकानों पर छापेमारी की गई तो बम बनाने की सामग्री समेत तबाही मचाने वाले उपकरण बरामद किए गए हैं।

स्पेशल सीपी ने बताया कि गिरफ्तार किए गए आंतकियों में मुख्य आरोपी मोहम्मद शाहनवाज है और उसे दो साथी मोहम्मद रिजवान अशरफ, तीसरा अरशद वारसी है।  मोहम्मद रिजवान अशरफ मौलाना भी है। मोहम्मद रिजवान अशरफ को लखनऊ से गिरफ्तार किया था। मोहम्मद अरशद वारसी को मुरादाबाद से गिरफ्तार किया गया। इनको आज सुबह कोर्ट में पेश किया गया। कोर्ट से सात दिन की पुलिस कस्टडी रिमांड मिली है। उन्होंने कहा कि जब इनके ठिकानों पर रेड की गई तो विस्फोटक बनाने की तमाम सामग्री बरामद हुई है, जोकि अलग-अलग जगह से हासिल की गई है।मोहम्मद शाहनवाज के ठिकाने से यह सब बरामद हुआ है। जिसमें पिस्टल, कार्ट्रिज और बम बनाने की अलग-अलग विधि मिली है, जिसे पाकिस्तानी हैंडलर्स ने उपलब्ध कराया था। तमाम प्रकार के घातक रासायन, जिनके इस्तेमाल से ज्यादा से ज्यादा नुकसान पहुंचाया जा सके उनके इस्तेमाल की विधि आदि मिली है। मोहम्मद शाहनवाज ने विश्वेश्वर इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी से माइनिंग इंजीनियरिंग की है। शाहनावज काफी पढ़ा-लिखा है। इसकी बीवी धर्मांतरण के बाद मुस्लिम बनी। उसका असली नाम बसंती पटेल है। शादी के बाद उसका नाम मरियम रख दिया गया। शाहनवाज को माइनिंग में ब्लास्टिंग की अच्छी जानकारी हासिल है। मोहम्मद रिजवान भी इंजीनियर बताया जा रहा है।

आतंकी हमला करने की थी शाहनवाज की योजना
एजेंसी को यह भी पता चला कि गिरोह ने कोल्हापुर, सांगली और सतारा में स्थानों का दौरा किया था। यह जांचने के लिए वहां टीमें भेजी थीं कि उन्होंने क्या करने की योजना बनाई थी। एटीएस ने 8 अगस्त को ठाणे जिले में दो और आरोपियों आकिफ अतीक नाचन और जुल्फिकार अली बड़ौदावाला को गिरफ्तार करने के बाद मामला एनआईए को सौंप दिया था। जांच के दौरान एनआईए को पता चला कि विदेशी हैंडलर्स की मदद से निर्देश मिल रहे थे। शाहनवाज को फरवरी में एक आतंकी हमले को अंजाम देने के लिए संपर्क किया गया था।

पुणे पुलिस की गिरफ्त से भाग गए थे आतंकी
शाहनवाज और दो अन्य मोहम्मद इमरान मोहम्मद यूनुस खान और मोहम्मद यूनुस मोहम्मद याकूब साकी को पुणे पुलिस ने वाहन चोरी के मामले में गिरफ्तार किए थे। जब पुलिस उन्हें तलाशी के लिए पुणे के कोंढवा स्थित उनके आवास पर ले जा रही थी तो शाहनवाज पुलिस वाहन से कूद गया और भागने में सफल रहा।

आतंकवादियों के पास से मिली कई सामाग्री
पुलिस को आरोपियों के लैपटॉप और मोबाइल फोन जब्त किए हैं। साथ ही 500 जीबी डेटा भी मिला है। जिसमें बम बनाने के यूट्यूब वीडियो के लिंक और विभिन्न स्थानों की गूगल से ली गई तस्वीरें हैं। जांच के दौरान यह पता चला कि एक विदेशी-आधारित हैंडलर ने संभवतः फरवरी में आतंकी हमले को अंजाम देने के निर्देश के साथ शाहनवाज को इमरान और यूनुस के संपर्क में रखा था। 10-15 दिनों के बाद शाहनवाज कथित तौर पर रिजवान को दिल्ली लाया गया।

कौन है आतंकी शाहनवाज उर्फ शैफी उज्जमा?
शाहनवाज एक माइनिंग (खनन) इंजीनियर है। वह पुणे से भागकर दिल्ली आ गया था। तभी से यहां रह रहा है। पिछले महीने एनआईए ने पुणे आईएसआईएस (इस्लामिक स्टेट ऑफ इराक एंड सीरिया) मॉड्यूल मामले में वांछित शाहनवाज सहित चार आतंकी संदिग्धों की तस्वीरें जारी की थीं। साथ ही तीन लाख रुपये का इनाम भी रखा था। एजेंसी ने कहा था कि सूचना देने वाले की पहचान गोपनीय रखी जाएगी।

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